यह कैसी हड़बड़ी, मुंगेर में हर सातवें दिन एक की गई जान, दर्दनाक है वर्ष 2021 का अब तक आंकड़ा

जमालपुर(मुंगेर)[केएमराज]।वर्ष2021मेंमुंगेरजिलेमेंट्रेनसेकटकर26लोगोंकीमौतहोगई।हरसातवेंदिनशार्टकटऔरलापरवाहीकेकारणएकलोगकीजानकीजातीहै।मौतकायहआंकड़ाबरियारपुर-साहिबगंजऔरजमालपुर-किऊलरेलसेक्शनकीहै।हरवर्षदोदर्जनसेसेज्यादालोगोंकीमौतेंहोतीहै।इसवर्षमेंअबतकदर्जनलोगोंकीमौतट्रेनसेकटकरहोगईहै।ज्‍यादातरमरनेवालोंमेंउम्र20से35केबीचहै।हालांकिमहिलाओंकीसंख्याकमहै।

जमालपुररेलथानाकेअंतर्गतएकदर्जनस्टेशन

जमालपुररेलथानारेलथानाक्षेत्रकेअधीनएकदर्जनसेज्यादाछोटे-बड़ेरेलवेस्टेशनहैं।पाटम,जमालपुर,दशरथपुर,धरहरा,कल्याणपुर,बरियारपुर,रतनपुर,अभयपुर,धनौरी,मसूदन,कजराऔरउरेनस्टेशनजमालपुररेलथानाकेहीअधीनहै।हरस्टेशनोंपररोजना30से40हजारकेबीच यात्रियोंकाआवागमनहै।जमालपुरजंक्शनपरप्रतिदिनआठसेदसहजारकेबीचयात्रीट्रेनोंसेसफरकरतेहैं।ट्रेनोंमेंभीड़होनालाजिमीहै।यात्रीगेट-पायदानपरलटककरयात्राकरतेहैं।ट्रेनसेकटकरज्यादातरवैसेलोगोंकीमौतहुईहैजोट्रेनकापायदानपकड़करसफरकरतेहैं।युवावर्गगेटऔरपायदानपरहीसफरकरतेहैं।लोगट्रेनसेगिरकरजानगवारहेहैं।

हरवर्षमरनेवालोंकाआंकड़ा-वर्ष2019में26,2020में15और2021मेंअबतक16

मरनेवालोंकाफीसद-2019में2.2फीसद,2020में1.3फीसद,2021में4.2फीसद

जमालपुर-बरियारपुरकेबीचज्यादाघटनाएं

ट्रेनसेकटकरमरनेवालोंकीसंख्याभागलपुर-पीरपैंतीरेलखंडपरज्यादाहै।अभीतक26लोगोंकीमौतट्रेनसेकटकरहोगईहै,इसमेंसेबरियापुरस्टेशनकेआसपासहीसातलोगोंकीजानगईहै।2019मेंपूरेवर्षकेदौरानएकसालमेंकरीब26लोगाइसरेलखंडपरहादसेकेशिकारहुएहैं।जमालपुर-किऊलसेक्शनदूसरेस्थानपरहै।इससेक्शनपर15से17लोगोंकीजानेंगईहैं।इसीसेअंदाजालगायाजासकताहैकिलोगअचानकमौतकेमुंहमेंसमारहेहैं।

रेलथानाध्‍यक्षअरविंदकुमारनेकहाकिट्रेनसेगिरकरऔरकटकरमरनेवालेज्यादातरलोगोंकीपहचानकरनेमेंकभी-कभीपरेशानीहोतीहै।जिसशवकीशिनाख्तनहींहोती,उसकेशवको72घंटेतकरखाजाताहै।ट्रेनमेंसफरकरनेसेपहलेयात्रियोंकोजागरूककियाजाताहैकिगेटयापायदानपरसफरनहींकरें।इसकेबादभीलापरवाहीकमनहींरहीहै।

रेलवेकेजागरुकताकाअसरनहीं

स्टेशनपरहरदिनट्रेनकेपायदानऔरगेटसफरनहींकरनेकेलिएउद्घोषणाकीजातीहै।यात्रियोंसेरेलवेट्रैकपारनहींकरनेकीअपीलकीजातीहै।हमेशाएकदूसरेप्लेटफॉर्मपरजानेकेलिएफुटओवरब्रिजकाइस्तेमालकरनेकीसलाहदीजातीहै।इसकेबादभीयात्रीध्याननहींदेतेहैं।जागरुकताकाइनलोगोंपरकोईखासअसरनहींहोताहै।नतीजनलोगएकलापरवाहीसेअपनीजानगवांबैठारहेहैं।