वयोवृद्ध व दिव्यांगजनों के सहयोग के बिना विधायक बनना मुश्किल

जागरणसंवाददाता,मोदीनगर:

मोदीनगरविधानसभाक्षेत्रमें80सालकीउम्रवउससेज्यादाकीउम्रकेवोटरोंकीसंख्याभीअच्छीखासीहै।इसकेअलावादिव्यांगजनभीदोहजारसेज्यादाहैं।ऐसेमेंवृद्धजनोंवदिव्यांगजनोंकेसहयोगकेबिनाविधायकबननामुश्किलहै।इसमेंखासबातयहहैकिआजभीबड़ीसंख्यामेंपरिवारऐसेहैं,जोवृद्धजनोंकेकहनेकेअनुसारहीकामकरतेहैं।ऐसेमेंएकवृद्धजनअपनेसाथकईकईवोटोंकोप्रभावितकरनेकीक्षमतारखतेहैं।इसलिएप्रत्याशियोंकेलिएवृद्धजनोंकाआशीर्वादलेनाऔरभीज्यादामहत्वरखताहै।बड़ीबातयहहैकिइनमेंमहिलावृद्धजनोंकीसंख्यापुरूषवृद्धजनोंकीअपेक्षाज्यादाहै।तहसीलदारहरिप्रतापसिंहनेबतायाकिमोदीनगरविधानसभामें80सालसेज्यादाउम्रकेपुरूषवोटर1916वमहिलावोटरोंकीसंख्या2396है।कुलमिलाकर4312वोटवृद्धजनोंकेहैं।इसकेअलावा2064दिव्यांगजनोंकेवोटहैं।वहीं,36वोटथर्डजेंडरकेहै।

मेरीउम्र82सालहै।अपनीउम्रमेंबहुतचुनावदेखेहैं।हरबारचुनावमेंमतदानकरताहूं।अपनेपरिवारकेअलावादूसरेलोगोंकोभीमैंवोटदेनेकेलिएप्रेरितकरताहूं।मुझेगर्वहैकिसरकारबनानेमेंमेरीभीभागीदारीहै।

-आशारामशर्मा,सारारोड।

सरकारबनानेमेंदिव्यांगजनोंकाभीयोगदानहै।मैंहरबारचुनावमेंमतदानकरताहूं।किसीभीस्थितिमेंइसबारभीमतदानकरनेसेपीछेनहींरहूंगा।दूसरेलोगोंसेभीमेरीअपीलहैकिवेमतदानकरें।

-बिटटूचौधरी,सैदपुरगांव।