वाह रे इंतजाम, टिनशेड एक और गोशाला में गोवंश 211

सीतापुर(समीरपुरी):

शेरपुरकीशाहाबादगोशालामेंअव्यवस्थाओंकाबोलबालाहै।गोशालामेंमहजएकटिनशेडहैऔरजानवर211संरक्षितकिएहैं।गोशालामेंसंरक्षितगोवंशगर्मीहोयाबरसातखुलेमेंहीखड़ेरहतेहैं।बारिशमेंभीगकरबीमारहोतेगोवंशोंकोसमयसेउपचारभीनहींमिलता।हालयहहैकिटिनशेडमेंचरहीभीनहींबनीहै।जमीनपरहीचाराडालाजाताहै।गोशालामेंसंरक्षितगोवंशोंकोभूसाहीदियाजारहाहै।गोवंशोंकीदेखरेखकररहेप्रेमपालनेबतायाकि,महजएकटिनशेडमेंइतनेजानवरआतेहीनहींहैं।गोवंशोंकोमजबूरीमेंजमीनपरचारादियाजाताहै।व्यवस्थाएंदुरुस्तहोंतोकुछराहतमिले।

गोवंशबीमार,चिकित्सकआतेकभी-कभार

मजदूरप्रेमपालनेबतायाकि,चिकित्सककभी-कभारहीआतेहैं।गोवंशोंकीदेखरेखउन्हेंहीकरनीपड़तीहै।मंगलवारकोभीगोशालामेंएकगोवंशबीमारथा।मजदूरोंनेबाहरमेडिकलस्टोरसेदवाईमंगाईथी।प्रेमपालनेकहाकि,मजबूरीमेंगोवंशोंकोदवाभीहमेंहीदेनीपड़तीहै।बीमारगोवंशोंकीसूचनाविभागकोदेदीजातीहै।

सातमजदूरोंकीबकायाहैमजदूरी

गोशालामेंसंरक्षितगोवंशोंकीदेखरेखकोसातमजदूरहैं।प्रेमपाल,सुनील,राजीव,श्रीपाल,नन्हें,लालूवकैलाशकोदोमाहसेअधिकसमयसेमजदूरीकाभुगताननहींकियागया।मजदूरोंनेबतायाकि,पहलेउन्हें5000रुपयेदिएजातेथे।नएप्रधानने4000रुपयेप्रतिमाहभुगतानकीबातकहीहै।

गोशालासेभागजातेगोवंश

शाहाबादगोशालामेंबाउंड्रीनहींहै।बांसवजालीलगाकरगोवंशोंकोसंरक्षितकियागयाहै।अक्सरगोवंशभागजातेहैं।गोवंशोंकोपकड़नेमेंकर्मचारियोंकोकाफीमशक्कतकरनीपड़तीहै।गोशालाकेपेयजलइंतजामइंजनकेसहारेसंचालितहैं।

गोशालाकेइंतजामोंसेअनजानहैबीडीओ

लहरपुरबीडीओअखिलेशकुमारचौबेशाहाबादगोशालाकीव्यवस्थाओंसेअनजानहैं।उनकाकहनाहैकिचिकित्सकतोजाताहै।चिकित्सकजाताकबहैवहयेनहींबतापाए।उन्होंनेकहाकि,जानवरोंकोरोकनेकेलिएबांसकाबाड़ाबनवायागयाथा।