UP Assembly Election 2022: इस बार कौन रहेगा अलीगढ़ के बरौली विधानसभा क्षेत्र की राजनीति का ‘वीर’

अलीगढ़केबरौलीविधानसभाक्षेत्रकीराजनीतिदो‘वीरों’केइर्दगिर्दरहीहै।पिछलेचारविधानसभाचुनावमेंहार-जीतभीइन्हींकेबीचरहीहै।लेकिन,इसबारमाहौलबदलाहुआहै।चुनावमैदानमेंसिर्फएकवीरहै।बसपासरकारमेंकद्दावरमंत्रीरहेजयवीरसिंहभाजपाप्रत्याशीहैं।वेयहांसेदोबारजीतचुकेहैंतोदलवीरसिंहयहांसेराजनीतिकाअलगइतिहासलिखचुकेहैं।आठचुनावोंमेंचारमेंजीतहासिलकी।प्रदेशसरकारमेंमंत्रीरहेहैं।हरबारनएदलसेमैदानमेंरहे।पिछलेचुनावमेंभाजपासेजीते,लेकिनइसबारटिकटनमिलनेसेचुनावमैदानसेबाहरहैं।पिछलेचुनावोंमेंदोनोंकीहार-जीतजातिगतसमीकरणहीतयकरतेरहेहैं।लेकिनइसबारइनसमीकरणोंमेंबसपा,रालोदऔरकांग्रेसप्रत्याशीभीअपनीजीतदेखरहेहैं।इसपूरेपरिदृश्यपरमुकेशचतुर्वेदीकीरिपोर्ट-

कुरबाहुल्यबरौलीविधानसभाक्षेत्रकोलविधानसभाक्षेत्रकीसीमासेहरियाणाकेबार्डरतकफैलाहै।क्षेत्रीयगांवोंकेअपनेमुद्देहैं।समस्याएंहैं।पर,येकभीचुनावकाआधारनहींबने।लेकिनजीतकीराहयहींसेनिकलतीहै,जिसपरचलनेकामौकाजीतकेजयकारेकेसाथलगभगसभीदलोंकोमिलाहै।अधिकांशविधायकठाकुरसमाजसेरहे।पिछलेचारचुनावोंमेंआमने-सामनेकीलड़ाईइतनाबढ़ीकिअन्यसमाजकेमतदातानिर्णायकभूमिकामेंआगए।येदोवीरोंकेआमने-सामनेकीतस्वीरथी।लेकिन,इसबारदोनोंकेएकहीदलमेंहोनेपरभीतस्वीरसाफनहींहै।हरओरभाजपा,रालोद,कांग्रेसवबसपाकेबैनर-झंडेजरूरलगेहैं।

मगर,मतदाताखामोशहैं।गांवकन्होईश्रीसिद्धनाथभुमियांबाबाआश्रमकेबाहरबैठेगभानाकेसुशीलकुमारतोअबकीकौनकेसवालको‘देखेंगे’कहकरटालगए।फिरबोले,बाबाकीजापैकृपाहोवैगी,वोहीजीतजावैगौ।मनकाभेदकुछआगेमिलेगांवरायपुरकेशिवकुमारनेभीनहींखोला।क्षेत्रकेमुद्दोंपरबातकरतेहीबोले,यहांचुनावजातियोंकाहै।मुद्दोंसेहोतातोबरौलीमेंकन्यामहाविद्यालयकीस्थापनाअबतकहोचुकीहोती।हसनपुरकेकमलसिंहकातर्कथाकिरालोदऔरबसपाभीकमजोरनहीं।लेकिन,पासहीमौजूदगांवरूस्तमपुरढ़ोलाकेमुकुलकुमारशर्मानेउनकीबातकाटदी।बोले,प्रदेशकाविकासतोहुआहीहै।जातिऔरधर्ममेंफंसकरहीक्षेत्रपिछड़रहाहै।

चुनावमैदानमेंभाग्यआजमारहेसातप्रत्याशियोंमेंभाजपाप्रत्याशीजयवीरसिंहकोअपनीहरसमाजमेंपकड़औरपार्टीवोटोंपरभरोसाहै।रालोदप्रत्याशीप्रमोदगौड़कोबाrाणवोटोंकेअलावाजाट,मुस्लिमऔरयादववोटोंपरभरोसाहै।कारण,सपासेगठबंधनहै।2002मेंवेखैरसेबसपासेविधायकरहे।इसलिएएससीवोटमिलनेकीभीउम्मीदहै।बसपाकेनरेंद्रशर्माकोपार्टीकेकैडरवोटकेअलावाब्राrाणवभाजपासेबागीहुएलोगोंकासाथमिलनेकीउम्मीदहै।

कांग्रेसकेगौरांगदेवचौहानकोठाकुरवोटोंकेअलावाअन्यजातियोंकेवोटोंपरभीभरोसाहै।इन्हींवोटोंकेदमपरकांग्रेसकेप्रत्याशीलंबेसमयतकजीततेरहेहैं।सुरेंद्रसिंहचौहानयहांसेचारबारचुनावजीतेऔरतीनबारप्रदेशमेंमंत्रीरहे।दलवीरसिंहभी1996मेंइसीसमीकरणसेकांग्रेससेजीतेऔरमंत्रीबने।हालांकि,तबकांग्रेसकीहवाहोतीथी।हालातबदलेहोनेकाहवालादेतेहुएछेरतकेप्रदीपकुमारकाकहनाथाकिइसबारमुकाबलारोचकहै।रालोदवबसपाकेप्रत्याशीकमनहींहैं।

वीरोंकीराजनीति:बरौलीक्षेत्रकीराजनीतिकेदलवीरसिंहपुरानेखिलाड़ीहैं।1989मेंनिर्दलीयप्रत्याशीकेरूपचुनावमैदानमेंउतरेथे।पहलेचुनावमेंहारभलेमिली,लेकिनराजनीतिकदांवपेचसीखगए।इसकेचलतेअगलेमध्यावधिचुनावमेंयानी1991मेंवेजनतादलसेविधायकबने।1996मेंकांग्रेससेजीतकरमंत्रीबने।अबतकआठचुनावलड़ेऔरचारबारविधायकबनचुकेहैं।अधिकांशचुनावोंमेंदलबदला।2017मेंभाजपासेविधायकबने।उन्होंनेबसपाकेजयवीरसिंहकोहरायाथा।2012मेंभीजयवीरसिंहकोदलवीरसिंहसेमातमिलीथी।तबजयवीरसिंहबसपाऔरदलवीररालोदसेप्रत्याशीथे।हालांकि,2007और2002मेंजयवीरनेदलवीरकोहरादियाथा।