खूंटी,(दिलीपकुमार)।दूल्हाबरातलेकरलड़कीकेघरजाताहै।दहेजभीलेताहैऔरदुल्हनभीअपनेघरलाताहै।यहआमबातहै।लेकिनआदिवासीहोसमाजमेंऐसानहींहोताहै।यहांदुल्हनबरातलेकरदूल्हेकेघरजातीहै।दूल्हापक्षकेलोगदरवाजेपरपारंपरिकवाद्ययंत्रबजाकरखूबनाचतेगातेहैं।बरातकास्वागतकरतेहैं।झारखंडकेकोल्हानप्रमंडलमेंयहरोचकपरंपराआजभीजीवितहै।आदिवासीहोबहुलइसइलाकेमेंबेटियाेंकास्थानबेटोंसेकहींअधिकमायनेरखताहै।उन्हेंबेहदसम्मानदियाजाताहै।
इससमाजमेंशादीकीपरंपराबेहदरोचकहै।वर्षोंसेयहपरंपराचलीआरहीहै।सबसेखासबातयहहैकिइससमुदायकीशादीमेंदहेजकाचलनबिल्कुलनहींहै।बल्कि,दूल्हापक्षहीदुल्हनकेपरिवारवालोंकोएकजोड़ाबैल,गायऔरनकदराशिदेताहै।शादीकेबाददूसरेदिनबरातवापसलौटआतीहै,जबकिदुल्हनअपनेपतिकेघरमेंहीरुकजातीहै।
लड़कीपक्षकोदियाजाताहैगोनोंग
आदिवासीहोसमाजकेआंदीयानीशादी-विवाहमेंलड़कापक्षलड़कीपक्षकोमूल्यचुकाताहै।वरपक्षद्वाराकन्यापक्षकोकन्याधनदेनेकारिवाजहै।इसप्रथाकोगोनोंगकहतेहैं।इसमेंअनिवार्यरूपसेएकजोड़ाबैलऔर101रुपयेनकदकेसाथकहीं-कहींपरएकगायभीलड़कीवालोंकोदेनेकीप्रथाहै।लड़केवालेअगरलड़कीपक्षको101रुपयेदेतेहैंतोविवाहकेदौरानदुल्हनकोसजानेआभूषणआदिकीजिम्मेदारीदूल्हापक्षकीहीहोतीहै।अगरराशिअधिकरहीतोदुल्हनकोउसकेमायकेवालेहीसजातेहैं।
समानगोत्रमेंनहींहोतीशादी
आदिवासीहोसमाजमेंप्राय:एकविवाहकाचलनहै,लेकिनबहुविवाहपूर्णरूपसेनिषेधनहींहै।झारखंडकाजनजातिसमाजअमूमनअपनी-अपनीजातिमेंहीविवाहकरताहै।समानगोत्रमेंविवाहकरनापूरीतरहवर्जितहै।जनजातियोंमेंआमतौरपरबालविवाहकाप्रचलननहींहै।प्राय:परिवारएकविवाहीहोतेहैं,लेकिनकोल्हानक्षेत्रमेंएकपतिऔरदोयादोसेअधिकपत्नियोंकेकईकिस्सेमशहूरहैं।
बालायानीमंगनीमेंतयहोतीहैराशि
शादीकेपूर्वलड़कापक्षबालायानीमंगनीकेलिएलड़कीपक्षकेघरजातेहैं।लड़कीपक्षकोमिलनेवालीराशिबालायानीमंगनीकेदौरानतयहोताहै।लड़केवालेजबलड़कीकाहाथमांगनेजातेहैंतबपरिवारवरिश्तेदारोंकीउपस्थितिमेंयहराशितयहोतीहै।अबलोगबैलकेबदलेनकदराशिदेनेलगेहैं।लड़कीवालेजबमंगनीकरनेलड़केवालोंकेघरआतेहैं,तबतयकीगईराशिकाभुगतानकियाजाताहै।गोनोंगमेंमिलीराशिकोलड़कीवालेमंगनीकेदौरानउपस्थितअपनेसगे-संबंधियोंकेबीचबांटतेहैं,ताकिशादीकेदौरानसभीउनकासहयोगकरें।
दोनोंघरोंकेबीचसमानदूरीपरहोतीहैग्रहशांतिपूजा
आंदीयानीशादीकेपूर्ववरऔरवधुपक्षकेघरोंकेबीचसमानदूरीपरग्रहशांतिकेलिएपूजाकराईजातीहै।समाजकेपुजारीयानीदेवांदोनोंपरिवारऔरवर-वधुकीसलामतीहेतुआवश्यकताअनुसारबकरायामुर्गाकीबलिदेतेहैं।मंगनीमेंजानेकेदौरानरास्तेमेंघटनेवालीघटनाओंकेआधारपरग्रहदोषनिकालाजाताहै।दोनोंपरिवारघटानाओंकाजिक्रकरतेहैं,जिसकेआधारपरदेवांग्रहदोषनिकालकरपूजासंपन्नकराताहै।
शादीकेएकदिनपूर्ववरपक्षसेजातेहैं10-15लोग
शादीकेएकदिनपहलेवरपक्षसे10से15लोगलड़कीवालोंकेघरजातेहैं।वेअपनेसाथदुल्हनकोसजानेकेलिएआभूषण,कपड़ेआदिलेकरपहुंचतेहैं।दूसरेदिनदुल्हनकेसाथबरातीकेसाथवापसलौटतेहैं।बरातकेपहलेहीदुल्हनवालेजानेवालेलोगोंकीसंख्याबतातेहुएउसकेहिसाबसेखस्सी,चावलऔरहंडियाकीमांगकरतेहैं।दुल्हनकेबरातलेकरआतेहीदूल्हेवालेखस्सीकेसाथचावलऔरहंडियाउन्हेंदेतेहैं।इसकेबादशादीकीरस्मशुरूहोतीहै।
मंडपबनानेमेंइस्तेमालकरतेहैंसालवजामुनकीडाली
शादीकेलिएदूल्हेकीभाभीनएवस्त्रपहनकरजाहेरथानसेमिट्टीलातीहै।मंडपबनानेकेलिएसालऔरजामुनपेड़कीडालीअनिवार्यरूपसेइस्तेमालहोताहै।इसीमंडपपरदेवांदूल्हा-दुल्हनकीशादीकराताहै।शादीकेलिएदूल्हेऔरदुल्हनकोनईचटाईपरबैठायाजाताहै।यहचटाईभीविशेषरूपसेबनवाईजातीहै,जिसपरसातपट्टीबनेहोतेहैं।शादीकीरस्मपूरीहोनेकेबाददुल्हनऔरदूल्हेकोआदिमआदियानीपूजाघरमेंलेजायाजाताहै।जहांअपनेदेवताऔरदेवीसेनएवधुकापरिचयकरायाजाताहै।इसकेबाददोनोंकोसातबारघरमेंअंदर-बाहरकियाजाताहै।