कैथल,जागरणसंवाददाता।यूक्रेनवरूसकेबीचशुरूहुएयुद्धकेबीचअबकाफीसंघर्षकरनेकेबादभारतीयविद्यार्थीवापसलौटरहेहैं।ऐसेमेंइनविद्यार्थियोंकेवापसलौटनेसेअभिभावकोंकोराहतमिलरहीहै।बतादेंकिजिलाप्रशासनकेआंकड़ोंकेतहतजिलेसेकुल93मेंसेअबतक35विद्यार्थीवापसलौटचुकेहैं।इनमेंसे28ऐसेविद्यार्थीहैं,जोयुद्धकेशुरूहोनेसेपहलेहीअपनेघरोंमेंलौटआएथे।जबकिसातविद्यार्थीयुद्धशुरूहोनेकेबादवापसलौटेहैं।घरवापसलौटनेकेबादयहविद्यार्थीआपबीतीअपनेस्वजनोंकोबतारहेहैं।
इनविद्यार्थियोंकाकहनाहैकिउन्होंनेअपनीजिंदगीमेंकभीभीऐसानहींदृश्यनहींदेखाथा।जिसमेंरूससेयूक्रेनपरकिएगएगोलीबारीवबमबारीकेहमलेकारणकेवलतबाहीकाहीमंजरहीदिखाईदेताथा।भयभरेइसमाहौलकेबीचसकुशलहीवापसलौटनेकेबादवेअपनेआपकोखुशकिस्मतसमझरहेहैं।
वीरवारकोघरवापसलौटेशहरकेन्यूप्यौदारोडनिवासीअंकितशर्मानेबतायाकिउसेस्वदेशवापसलौटनेकेलिएकाफीसंघर्षकरनापड़ा।हरपालहोरहीगोलीबारीऔरबमबारीकेबीचभयकाकाफीमाहौलबनाथा।उसकेऔरउसकेसाथियोंकेसाथएक-दूसरेकोहौसलादेनेकेबादवहआगेबढ़तेगए।इसदौरानदोगुनाहीनहीं,बल्किचारगुणातकबसकाकिरायाअधिकदेनापड़ाथा।काफीपरेशानियोंकासामनाकररोमानियाबार्डरतकपहुंचे।इसकेबादवहकरीब48घंटेतकशरणार्थीशिविरमेंरहा।फ़्लाइटआनेकेबादउसमेंसवारहोनेकोलेकरभारतीयविद्यार्थियोंमेंकाफीहोड़रहतीथी।
खारकिवसेलेकररोमानियाकेबार्डरतकपहुंचनेकेदौरानउसनेअपनीआंखोंसेगोलीबारीवबमबारीदेखी।कईलोगोंकोघायलहोतेहुएभीदेखा।अंकितकेवापसलौटनेपरउसकेपिताकृष्णशर्मानेप्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीकाआभारजतायाहै।