जागरणसंवाददाता,भागलपुर। कड़ाकेकीठंडमेंपरहेजनहींकरनेकीवजहसेभागलपुरऔरइसकेआस-पासकेक्षेत्रोंमेंकानकेरोगियोंकीसंख्यातेजीसेबढ़रहीहै।सबसेअधिककानकेपर्देफटनेकेकेसआरहेहैं,जोगंभीरचिंताऔरचिंतनकाविषयहै।
जवाहरलालनेहरूचिकित्सामहाविद्यालयअस्पताल(जेएलएनएमसीएच)केईएनटीविभागमेंऐसेमरीजोंकीसंख्यामें30फीसदतकबढ़ीहै।पिछलेचारसप्ताहमें35सेज्यादाकानकेपर्देफटेमरीजोंकाआपरेशनकियाजाचुकाहै।कईऔरकतारमेंहैं।कईमरीजनिजीक्लीनिकोंमेंभीइलाजकरारहेहैं।
क्याकहतेहैंविभागाध्यक्ष
ईएनटीविभागकेअध्यक्षडा.एसपीसिंहनेकहाकिजोलोगकानऔरगलाखुलाछोड़तेहैं,उन्हेंठंडकीवजहसेसर्दीहोरहीहै।सर्दीकीवजहसेकानकीनलीसंक्रमतिहोजातीहै।जिससेकानबहनेलगताहै।धीरे-धीरेकानकेपर्देफटनेलगतेहैं।गलाभीदर्दकरनेलगताहै।इसतरहकेमरीजोंकीसंख्यामेंबढ़ोतरीहुईहै।इनकेकानकेपर्दोंकाआपरेशनकियाजारहाहै।
अस्पतालमेंदोविधिसेकिएजारहेआपरेशन
ईएनटीविभागकेसहायकप्राध्यापकडा.धर्मेंद्रकुमारनेकहाकिचारसप्ताहमें35मरीजोंकाआपरेशनकियाजाचुकाहै।माइस्क्रोपद्वाराआपरेशनकरनेपरमरीजकोचारसेपांचदिनोंतकरखाजाताहै।वहींदूरबीनसेआपरेशनकरनेपरदूसरेदिनहीमरीजकोछुट्टीदेदीजातीहै।अस्पतालमेंदोनोंविधिसेआपरेशनकिएजारहेहैं।ज्यादातरबच्चेऔरवयस्कपीडि़तहोरहेहैं।बुजुर्गोंकोयहपरेशानीकमहै।
ठंडसेबचें,सर्दीहोनेपरभापलें
चिकित्सकोंकेमुताबिकठंडमेंकानऔरगलेकोबचानाआवश्यकहै।अक्सरदेखाजाताहैकिकड़ाकेकीठंडमेंभीबहुतसेलोगबाइकचलातेवक्तटोपीयामफलरनहींलगातेहैं।गलाभीखुलारहताहै।इसलिएठंडलगजातीहै।घरोंमेंभीजोलोगकानऔरगलेकोढंककरनहींरखतेहैं,उन्हेंभीठंडलगनेसेसर्दीहोजातीहै।सर्दीहोनेपरगर्मपानीकाभापलें।नेजलड्रापडालनेसेभीआराममिलताहै।
तिथिइलाजकराएमरीजोंकीसंख्या
(चिकित्सककेमुताबिकइनमें30फीसदमरीजोंकेकानबहरहेथे।कईलोगोंकेकानकेफटेपर्देकाआपरेशनकियागया।)