टाइमपास के ये एप बच्‍चों के लिए हैं खतरनाक, अश्‍लीलता व साइबर बुलिंग काे दे रहे बढ़ावा

हल्‍द्वानी,जेएनएन:बिगोलाइव,टिकटॉक,लाइवली,हेलो,क्वाइऔरलाइवमीजैसेएपइनदिनोंटाइमपासकासबसेबड़ाजरियाबनेहुएहैं।आजकलयूथइनएपपरसबसेअधिकटाइमस्‍पेंटकररहेहैं।यहांलाइवचैटिंगसेलेकरछोट-छोटेवीडियोअपलोडकरनेसमेततमामऐसेविकल्‍पहोतेहैंजिनसेएक्‍सपोजरमिलसके।यहांअपलोडहोनेवालेवीडियोजविवर्सकोलगातारइंगेजरखतेहैं।लेकिनइनपरकोईसेंसरयाबैरियरनहोनेकेकारणऐसेभीवीडियोअपलोडहोरहेहैं,जिनसेअश्‍लीलताऔरसाइबरबुलिंगकोबढ़ावामिलरहाहै।लाइवचैटिंगभीतमामतरहकीविकृतियोंकोजन्‍मदेरहीहै।

बांग्‍लादेशनेलगादियाहैप्रतिबंधएकसर्वेकेमुताबिक13से17सालउम्रके17फीसदीबच्चोंतककिसीनकिसीमाध्यमसेपॉर्नोग्राफिककंटेंटआताहै।वहींअमेरिकाकीएकसंस्थाकेमुताबिकलाइवस्ट्रीमिंगएप्सपरकमउम्रकेबच्चोंकेयौनउत्पीड़नकाखतराहै।इन्हींखतरोंकोदेखतेहुएबांग्लादेशबिगोलाइवऔरटिक-टॉकजैसेवीडियोएप्सबैनकरदिएहैं।भारतमेंभी तमिलनाडुकेमंत्रीमणिकानंदनेभीटिकटॉकपरबैनकीमांगकीहै।

बच्‍चोंकोइनएपसेसर्वाधिकखतराऐसेएपबच्चोंकेलिएबहुतअसुरक्षितहैं।इनपरकोईइन्क्रिप्शननहींहै।यानीइनपरकमेंट्सकरनेवालोंयावीडियोडालनेवालोंकीपहचानकरनामुश्किलहोसकताहै।चूंकियूजरकीआइडेंटिटीसामनेनहींआतीहै,इसलिएकईयूजर्सयहांअश्लीलताफैलानेऔरआपत्तिजनककमेंट्सकरनेमेंहिचकतेनहीं।

क्‍याहैगूगलकीगाइडलाइनगूगलकीगाइडलाइनकेअनुसार13सालकेकमउम्रकेबच्चेइसतरहकीएप्सइस्तेमालनहींकरसकते।साथहीकेवल17वर्षयाउससेज्यादाउम्रवालेहीइसेडाउनलोडकरसकतेहैं।लेकिनबड़ीसंख्यामेंबच्चेभीइनएप्सकेयूजरहैं।

गालीगलौजभीहोतेहैंशेयरलाइववीडियोएप्सऔरवीडियोशेयरिंगएप्सपरअश्लीलतातोहैही,कईबच्चेइनपरबुलिइंग(गाली-गलौजयाअश्लीलटिप्पणियां)काशिकारभीहोतेरहतेहैं।हिचकयाडरकेकारणवेअपनेमां-बापकोबुलिइंगयापॉर्नोग्राफिककंटेंटमिलनेयादेखनेकेबारेमेंनहींबतातेहैंऔरउन्हेंतनावबनारहताहै।

कंपनियोंकादावाआपत्तिजनकंटेंटपरहोतीहैनजरज्यादातरलाइवस्ट्रीमिंगवीडियोएप्सकाउद्देश्यअपनेहुनरकोदिखानायासोशलनेटवर्किंगकीतरहलोगोंसेजुड़नाहै।लेकिनबिगोलाइवऔरटिकटॉकजैसीएप्सपरअश्लीलकंटेंटकेमामलेसामनेआतेरहतेहैं।हालांकिइनएप्ससेजुड़ीकंपनियांदावाकरतीहैंकिवेआपत्तिजनककंटेंटपरलगातरनजरबनाएरखतीहैंऔरऐसाकंटेंटअपलोडकरनेवालोंकोएपसेहटायाभीजाताहै।टिकटॉकबनानेवालीचाइनीजकंपनीबाइटडांसनेहालहीमेंऑनलाइनसेफ्टीकेलिएसाइबरपीसफाउंडेशनभीशुरूकियाहै।

पैरेंट्सबच्‍चोंपररखेंनजरइसतरहकीएप्सकोलेकरकोईखासरेगुलेशननहींहै।शिकायतकरनेपरभीपुलिसआमतौरपरइंवेस्टिगेशनपूरानहींकरपाती,क्योंकिकईबारसर्विसप्रोवाइडरजानकारीदेनेसेइंकारकरदेतेहैं।बच्चोंकेमामलेमेंजरूरीहैकिमाता-पिताहीउनकेसाथदोस्तानासंबंधबनाएंऔरबुलिइंगऔरअश्लीलतासेउन्हेंबचाएं।

लगातारबढ़रहीहैयूजर्सकीसंख्‍यादेशमेंभीवीडियोशेयरिंगऔरलाइवस्ट्रीमिंगएपकेयूजर्सकीसंख्याऔरकारोबारलगातारबढ़रहाहै।उदाहरणकेलिएटिकटॉककेपांचकरोड़सेभीज्यादायूजर्सहैं।इसमेंलगभग40फीसदीयूजर्सभारतसेहीहैं।इसमें27फीसदीयूजर्स2017से2018केबीचजुड़ेहैं।वहींसिंगापुरकीकंपनीबिगोनेभीआनेवालेतीनवर्षोंमेंभारतमेंकरीब720करोड़रुपएनिवेशकरनेकीघोषणाकीहै।यहकंपनीबिगोलाइवऔरलाइकएप्सकीमालिकहैजोवीडियोशेयरिंगऔरलाइवस्ट्रीमिंगएप्सहैं।बिगोलाइवकीलोकप्रियताकाअंदाजाइसबातसेलगायाजासकताहैकिदिसंबर2017मेंडाउनलोडकेमामलेमेंयहसिर्फयू-ट्यूबसेपीछेथी।

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