चंदौली,जेएनएन।कोरोनाकालमेंचिकित्सकोंवस्वास्थ्यकर्मियोंकेलिएचुनौतीबढ़गईहैतोएंबुलेंसचालकभीइससेदूरनहीं।कोरोनामरीजोंकीसेवामेंलगेएंबुलेंसचालकसंसाधनोंकीकमीकीचुनौतियोंसेजूझतेहुएअपनादायित्वनिभारहेहैं।कईएंबुलेंसचालकएकमाहसेघरनहींगए।मरीजोंकोलाने-लेजानेसेफुर्सतमिलीतोब्लाकस्थितपीएचसी,सीएचसीपरएंबुलेंसमेंहीउनकीदिनचर्याबीतरहीहै।हालांकिस्वास्थ्यविभागकीओरसेउनकीसुरक्षाऔरबचावकेलिएपुख्ताइंतजामनकिएजानेकामलालहै।
जिलेमेंलगभग108व102नंबरकी40एंबुलेंसहैं।जिलाअस्पतालसमेतपीएचसीवसीएचसीसेसंबद्धहैं।इसमेंलगभग75फीसदसेअधिकएंबुलेंसइससमयकोरोनामरीजोंकीसेवामेंलगीहुईहैं।कोरोनामरीजोंकोअस्पतालपहुंचानेकीजिम्मेदारीचालकोंकेकंधेपरहै।ऐसेमेंचालकोंकेभीसंक्रमितहोनेकाखतराबनारहताहै।हालांकिइसकीव्यवस्थाकरनेमेंस्वास्थ्यविभागकाफीसुस्तहै।तीनबारमांगनेपरएंबुलेंसचालकोंकोपीपीईकिटमुहैयाकराईजातीहै।वहींमास्क,ग्लब्ससमेतअन्यसंसाधनोंकाभीटोटाहै।इसकोलेकरएंबुलेंसचालकोंकोमलालहै।हालांकिइनछोटी-मोटीबाधाओंसेउनकाहौसलानहींडिगाहै।आपातकालमेंमरीजोंकोजल्दसेजल्दअस्पतालपहुंचाकरटूटतीसांसोंकोसंजीवनीदिलानाहीउनकाउद्देश्यहै।
कोरोनाकालमेंचुनौतीकाफीबढ़गईहै।एकमाहसेघरनहींगया।बिनारुके,बिनाथकेजिम्मेदारियांनिभारहाहूं।हालांकिस्वास्थ्यविभागकीओरसेसुरक्षाकेमुकम्मलइंतजामनहींकिएगएहैं।कईबारमांगनेपरपीपीईकिटवअन्यसंसाधनमुहैयाकराएजातेहैं।इससेसंक्रमणकाखतराबनारहताहै।एंबुलेंसचालकोंकीसुरक्षाकेलिएविभागकोमुकम्मलप्लानतैयारकरनाचाहिए।
वैश्विकमहामारीकेदौरमेंकामकाफीबढ़गयाहै।दिनऔररातमेंकोईअंतरनहीं।कभीभीसूचनाआजातीहैकिमरीजकीहालतबिगड़रहीहै।ऐसेमेंभागकरजल्दीउसेअस्पतालपहुंचानाहोताहै।यदिहमसभीकीतत्परतासेकिसीकीजानबचजाएतोइससेअच्छीबातऔरकोईनहींहोसकती।हालांकिस्वास्थ्यविभागकोएंबुलेंसचालकोंकीसुरक्षाकोलेकरगंभीरहोनाहोगा।