जागरणसंवाददाता,कन्नौज:शहरमेंछोटे-बड़ेकरीब350इत्रकारखानेहैं।तकरीबनसभीमेंइत्रनिकालनेकेलिएपानीकाइस्तेमालकियाजाताहै।सैकड़ोंलीटरकेभभकों(पीतलकेमटकेयाडेग)मेंपानीकेसाथफूलोंकोभराजाताहै।इसकेबादभट्टीपरगर्मकरआसवनविधिसेसुगंधएकत्रितकरलीजातीहै।बचेपानीकोनालियोंमेंबहादेतेहैं।यहपानीकिसीउपयोगमेंआसकताहै,लेकिनकारखानोंमेंवाटरहार्वेस्टिंगसिस्टमनलगेहोनेकीवजहसेइसपानीकीबर्बादीहोतीहै।
इससाल119सेंटीमीटरगिराजलस्तर
शहरमेंइसवर्षभूगर्भजलस्तर119सेंटीमीटरगिराहै,जोपिछलेवर्षकीतुलनामें30फीसदअधिकहै।जलनिगमकेआंकड़ोंकेमुताबिकपिछलेसालकेवल88सेंटीमीटरहीजलस्तरगिराथा।औसतवर्षाहोनेऔरजलदोहनअधिकहोनेकीवजहसेजलस्तरकीगिरावटमेंतेजीआईहै।इसतरहगिराजलस्तर
2019-119सेंटीमीटरभूजलस्तरगिरनेकामुख्यकारणअत्यधिकजलदोहनहै।शहरोंमेंजहांपानीव्यर्थनालियोंमेंबहजाताहैतोदेहातक्षेत्रमेंग्रीष्मकालीनमक्काकीसिचाईमेंपानीबर्बादहोताहै।सालमेंपानीकीजितनीखपतहोरहीहै,उसकेसापेक्षवर्षानहींहोरहीहै।
-एससीत्रिपाठी,सहायकअभियंता,जलनिगम
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