लखीमपुर:सरकारबंदलेबीकोफिरसेशुरूकरनेऔरकस्टममिलराइसप्रक्रियाकोबढ़ाकर90दिनकाकरदेतोराइसमिलउद्योगऔरबेहतरतरीकेसेचलनेलगेंगे।लॉकडाउनकेदौरानराइसमिलोंमेंजोबाहरकेश्रमिककार्यकररहेथेउनकीवापसीनहोपानेकेकारणकुछदिक्कतेंरहीहैं।कभी15तोकभी20कर्मचारीहीआसकेहैं।खीरीजिलेमेंकरीब45राइसमिलइकाइयांसंचालितहैं।प्रत्येकराइसमिलमेंऔसतन30कर्मचारीकामकरतेहैं।
लॉकडाउनकेसमयडिमांडकमहोनेकेकारणभीकुछसमस्याएंआईहैं।बाहरकीफैक्ट्रियांबंदपड़ीहैं।राइसमिलोंमेंआठसेदसस्थाईकर्मचारीहैं।जिन्हेंआवासीयसुविधाप्रदानकीगईहै।
क्याकहतेहैंव्यापारी
तिकुनियाकेधीरजमित्तलकहतेहैंकिबाहरकीफैक्ट्रियांबंदहैंमालकीडिमांडनहींहै।शहरकेराइसमिलरज्ञानस्वरूपशुक्लाकहतेहैंकिसरकारकस्टममिलराइसकीअवधि45दिनसेबढ़ाकर90दिनकरेतोइसव्यापारकोऔरबढ़ावामिलेगा।बंदलेवीकीप्रक्रियापुन:शुरूकीजाए।सन1947मेंजोबिलचारहजारकाथाआजबढ़करढाईलाखरुपयेप्रतिमाहहोगयाहैलेकिन,व्यापारीकोसुविधाकेनामपरऔरकर्जदेनेकीबातकीजारहीहैजबकिव्यापारीपहलेसेकर्जमेंडूबाहुआहै।
जिम्मेदारकीसुनिए
खीरीजिलेमेंसीजनमें45में44राइसमिलचलीहैं।जिसमेंकरीबदोलाखमीट्रिकटनधानकीकुटाईइनमिलोंमेंहुईहै।जिसमें67फीसदीचावलतैयारहुआहै।45दिनमेंसरकारीधानकूटकरएफसीआइमेंकस्टममिलराइसजमाकरनाहोताहै।प्रदेशमेंखीरीजिलेमेंसभीराइसमिलोंनेशत-प्रतिशतसरकारीधानकीकुटाईकरएफसीआइमेंजमादियाहै।अबडायरेक्टकिसानोंसेखरीदहोरहीहै।जिसमेंकिसानोंकेशोषणकीकोईगुंजाइशनहींहै।
जिलाखाद्यएवंविपणनअधिकारी।