जागरणसंवाददाता,जींद:हाड़कंपादेनेवालीठंडमेंजहांआमव्यक्तिअपनेघरसेबाहरनिकलनेकीसोचभीनहींसकता।वहींऐसेभीलोगहैं,जोइसठंडमेंखुलेमेंसोनेकोमजबूरहोतेहैं।खुलेआसमानकेनीचेकालीसर्दरातेंबितानाउनकेलिएआसाननहींहोता।ऐसेहीजरूरतमंदऔरठंडमेंठिठुरतेलोगोंकासहाराबनरहेहैंनरेशकालीरमन।नरेशकालीरमनब्लूओशियनफाउंडेशनसंस्थाकेसाथजुड़करजरूरतमंदोंकीसहायताकररहेहैं।
नरेशकालीरमनबतातेहैंकिसर्दीकेमौसममेंगरीबऔरबेसहारोंलोगोंकोठंडसेबचानेकेलिएपुरानेकपड़ेदानकरनेकीमुहिमउनकेद्वाराशुरूकीजातीहै।पिछले6सालोंसेसंस्थाहरसर्दियोंमेंयहमुहिमशुरूकरतीहै।संस्थाकेफाउंडरनरेशकालीरमनदुकानोंसेकंबलखरीदकरजरूरतमंदोंकोजाकरगर्मकपड़ेवितरितकरतेहैं।
शहरमेंघूमकरपतानिकालतेहैंजरूरतमंदोंका
ऐसानहींहैकिसंस्थाद्वाराएकहीजगहगरमकपड़ेवितरितकिएजातेहों।सर्दीकेमौसममेंनरेशकालीरमनअपनेसहयोगियोंकेसाथरातकोनिकलतेहैंऔरपूरेशहरमेंघूमतेहैं।टीममेंनरेशकालीरमनकेअलावासतीशसरोहा,मोहनलालअहलावत,नरेंद्रचहल,राजीवयादव,महेंद्रवर्मा,सतीशमलिक,प्रवीनगुलाटी,रीतुआर्या,रमेशसहरावतशामिलहोतेहैंऔरशहरमेंघूमकरअसलीजरूरतमंदोंकोढूंढ़तेहैं।
छहसालसेकररहेमदद:नरेश
ब्लूओशियनफाउंडेशनसंस्थाकेफाउंडरनरेशकालीरमननेबतायाकिवहपिछले6सालसेजरूरतमंदोंकीसेवाकरतेआरहेहैं।नरेशनेकहाकिकड़ाकेकीसर्दीकेमौसममेंहरकिसीकोऐसेलोगोंकीमददकरनीचाहिए,जिनकेपासअपनेखुदकेघरनहींहैऔरजोसर्दीकेमौसममेंखुलेमेंअपनाजीवनबीतारहेहैं।संस्थाद्वाराइसीप्रकारसेलोगोंकीमददकरनेकाकामकियाजाएगा।