संतों के दर्शनमात्र से दूर होता है मन का भय : धनखड़

जागरणसंवाददाता,पंचकूला:भारतगुरुओंकीभूमिहैऔरसंतजनसमाजकामार्गदर्शनकरतेहैं।मनुष्यकेमनकेभयकोदूरकरअभयबनानेकाकामभीसंतजनकरतेहैं।येकहनाहैहरियाणाकेकृषिमंत्रीओपीधनखड़का।वेमंगलवारदेरशामपंचकूलाकेसेक्टर27मेंमहंतसंपूर्णानंदब्रह्मचारीद्वाराआयोजितगोष्ठी'समाजमेंहमऔरहमारादायित्व'मेंसंबोधितकररहेथे।

धनखड़नेकहाकिमनकोएकाग्रचितकरनाऔररास्तादिखानेकाकामभीसंतजनकरतेहैं।इससेमनकाविज्ञानदृढ़होताहै।उन्होंनेकहाकिभारतभूमिपरसंतोंकीखासअहमियतहै।इसगोष्ठीकाआयोजनमहंतसंपूर्णानंदब्रह्मचारीकेमार्गदर्शनमेंकियागया।उन्होंनेगोष्ठीमेंसमाजमेंहमारीभूमिकाऔरदायित्वपरप्रकाशडालतेहुएकहाकिसमाज,सभ्यमानवजगतकासूक्ष्मस्वरूपएवंसारहै।व्यक्तिहीसमाजकासच्चानिर्माताएवंअभिन्नअंगहै।व्यक्तिऔरसमाजएकदूसरेकेपूरकहैं।महंतसपूर्णानन्दब्रह्मचारी,जोशंभूपंचअग्निअखाड़ाकेसचिवभीहैं,नेराष्ट्रनिर्माणमेंसमाजकीभूमिकापरअपनेविचाररखतेहुएकहाकिसमाजअच्छाहोतोचरित्रअच्छाहोताहै।गोष्ठीमेंलक्षमीनारायणदिव्यधाम,सिद्धादाताआश्रमकेआचार्यपुरुषोत्तमजीमहाराजविशेषरूपसेउपस्थितरहे।इसअवसरपरहरियाणाशिक्षाविभागकेअतिरिक्तमुख्यसचिवपीकेदास,हरियाणाकेडीजीपीबीएससंधू,आइएएसअधिकारीआलोकनिगम,एडीजीपीआलोकराय,एमपीशर्मा,पुरुषोत्तमाचार्यसहितहरियाणासरकारकेअनेकउच्चाधिकारीभीमौजूदथे।हनुमानकथावाचकप्रदीपभैय्या,पंचानंदगिरीजीमहाराज,सरोजजीमहाराज,सूरजनाथजीमहाराजऔरपंडितशिवकुमारशास्त्रीनेभीविचारप्रकटकिए।