जागरणसंवाददाता,कोटकपूरा
दिव्यज्योतिजागृतिसंस्थानकीतरफसेमोगारोडस्थितअमनआश्रममेंरविवारकोसप्ताहिकसत्संगकाआयोजनकरवायागयाजिसमेंकाफीसंख्यामेंश्रद्धालुओंनेभागलिया।
सर्वश्रीआशुतोषमहाराजकीशिष्यासाध्वीसुश्रीहरपिदरभारतीनेप्रवचनकरतेहुएकहाकिहमेंईश्वरनेयहमानवजीवनप्रदानकियाहै।यहभीनिश्चितहैकिएकदिनयहजीवनमृत्युकाग्रासबनजाएगाकिन्तुदोनोंकेबीचजोहैवहहैसमय।यहसमयठीकवैसाहीहैजैसाकिइससृष्टिमेंचाहेकोईगरीबहै,चाहेकोईअमीरऊंचानीचाछोटाबड़ाकोईभीक्योंनसबकोजीवनकेरूपमेंसमयमिलाहैलेकिनसदुपयोगकितनेलोगकरपातेहै।कुछतोसमयचक्रमेंघूमतेहुएअपनेभाग्यकोसतेरहतेहैं।फिरउसकेगुजरनेकेपश्चातउसेपकड़नहींपाते,क्योंकिपीछेसेगुजरासमयकभीवापसनहींआता।मनुष्यअपनेजीवनमेंसफलक्योंनहींहोपाताक्योंकिवहसमयकापाबंदनहींहोता।वहअपनेआपकोमूडकेअनुसारचलातेहैं।कहतेहैंआजहमारामननहींहै।यहकामकलकरेंगे।इसीप्रकारहमदेखेंकिसूर्य,चंद्रमा,पृथ्वी,गृहनक्षयसभीनियमितरूपसेपथपरसमयपरचलतेहैं।हमारेमहापुरुषोंनेतोयहांतककहाहैकिवक्तविचारेसोबंदाहोई।समझदारइंसानकेवलवहींहैजोसमयकीकीमतकोजानताहै।समयकोबहुतहीअमूल्यवस्तुहै।
एकबारकिसीनेआदिशंकराचार्यजीसेपूछाकिजीवनमेंसबसेबड़ीहानिक्याहैतोउन्होंनेकहाकिसमयकोव्यर्थखोनाजीवनकीसर्वोपरिहानिहै।सबप्रकारकीहानियोंकोपूराकियाजासकताहैलेकिननष्टहुआसमयदोबारानहींआता।जबमनुष्यसंतोंकीशरणमेंजाताहैतोवहउसेदिव्यचक्षुप्रदानकरतेहैंजिसकेद्वारावहअपनेमनकोवशमेंकरनिरंतरध्यानअभ्यासकरकेसमयकासद्उपयोगकरपाताहै।इससेहीउसकाजीवनसार्थकहोताहै।इसकार्यक्रमकेदौरानश्रद्धालुओंकोध्यानकाअभ्यासभीकरवायागया।
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