जागरणसंवाददाता,गाजियाबाद:जिलेमेंजिन्होंने1947मेंस्वाधीनतावर्षमेंजन्मलियाउन्होंनेबंटवारेकेजख्मकोदेखा,फिरमजबूतलोकतंत्रकीनींवकोजमतेहुआदेखा।जैसेजैसेवेबड़ेहोतेगएउनकीआयुकेसाथदेशकीस्वाधीनताकेरंगगहरेहोतेगए।1960सेपहलेएककठिनदौरसेगुजरेथे।लेकिनउसकेबाददेशकेसाथजिलेमेंभीतेजीसेविकासहुआ।आर्थिक,सामाजिक,राजनैतिकवअन्यबड़ेबदलावहुएहैं।
1950मेंग्रामीणक्षेत्रमेंबहुतबुराहालथा।लोगोंकेपासपहननेकेलिएकपड़ेऔरखानेकेलिएअनाजनहींहोताथा।खेतोंमेंइतनीकमफसलहोतीथीकिदोसेतीनमाहमेंखत्महोजातीथी।उसकेबादखानेकेलिएअनाजखरीदनामुश्किलहोताथा।लोगोंकेपासआनेजानेकेलिएसाधननहींथे।फौजमेंकुल50रुपयेवेतनहोताथा।उनकेपाससाधननहींथे।1965केबाददेशमेंतरक्कीशुरुहुई।अबदेशहरक्षेत्रमेंबहुतआगेबढ़चुकाहै।लेकिनआजभीकिसानोंकोसमस्याओंकासामनाकरनापड़रहाहै।किसानकीफसलकीसहीकीमतनहींमिलपारहीहै।हरचीजमहंगीहोगई,लेकिनगन्नेकारेटपिछलेतीनसालसेनहींबढ़ाहै।
-तेजरामधनकड़,सेवानिवृत्तसैनिक,अटौर
देशकीआजादीकेबादएककठिनदौरथा।उससमयखानेकेलिएभीलोगमोहताजथे।हरचीजकीसमस्याथी।उससमयसेअबतकबड़ेबदलावहुएहैं।पहलेखेतीकीपैदावारबहुतकमथी।देशीबीजबोयेजातेथे।हलसेखेतोंकीजुताईहोतीथी।जिसकीवजहसेकड़ीमेहनतकेबादभीबहुतकमअनाजहोपाताथा।आजसबकुछबदलगयाहै।सड़केहैंयातायातकेसाधनहैं।हरक्षेत्रमेंदेशमेंविकासहुआहै।शिक्षाकेक्षेत्रमेंभीतेजीसेतरक्कीहुईहै।
-भिकारीलाल,किसान,गांवशकूरपुर
शिक्षाकेलिएदूसरेगांवमेंजानापड़ताथा।लाइटनहोनेपरछात्रोंकोतेलकीडिब्बी,लालटेनजलाकरपढ़ाईकरनीपड़तीथी।75वर्षोंमेंदेशनेकाफीतरक्कीकीहै।प्रत्येकमोहल्लेमेंशिक्षाकेमंदिरहैं।रातकेसमयबिजलीसप्लाईमिलनेबेहतरपढ़ाईहोजातीहै।शिक्षाप्राप्तकरयुवाविदेशोंमेंभीदेशकानामरोशनकररहेहैं।
-पूरणमलशर्मा,किसान,बंथला---
समयकेसाथकाफीबदलावहुएहैं।16वर्षकीआयुमेंविवाहहुआथा।बैलगाड़ियोंसेगन्नौरजिलापानीपतबरातपहुंचीथी।समाजकेशिक्षितहोनेसेबालविवाहपररोकलगी।पक्केरोडऔरबेहतरपरिवहनसेपानीपततककुछहीघंटोंमेंपहुंचजातेहैं।आजादीकीवर्षगांठबनानेकालोगोंमेंउत्साहदेखनेकोमिलताथा।लोगकईदिनपूर्वतैयारियांशुरूकरदेतेथे।स्वतंत्रतादिवसपरलोगोंकेघरोंमेंपूरी,हलवा,पकवानबनतेथे।जगह-जगहनाचनेगानेकेकार्यक्रमआयोजितहोतेथे।लोगदिवालीकीभांतिस्वतंत्रतादिवसपरभीअपनेघरोंकोसजातेथे।
-कैलादेवी,वरिष्ठनागरिक,मंडोला