कृष्णचंदराणा,पांगी
घाटीकेशिंकलधारमेंशिवकीकंठमाला,सांपोंकाजोड़ा,शिवलिंग,मातापार्वतीकेपादुकोण,शिवचूल्हा,शिवगंगातथाशिवगणोंकेअवशेषकेदर्शनकरभक्तभावविभोरहोतेहैं।हिमाचलकोशिवभूमिकेनामसेजानाजाताहै।पांगीकीपीरपंजालकीपहाड़ियोंकेउत्तर-पूर्वमेंशिवकेदर्शनहोतेहैं।
पांगीकीग्रामपंचायतकेहुडानकेशिकलधारकीउत्तर-पूर्वदिशामेंशिवपरिवारकेदर्शनकरनेऔरशिवकृपापानेकेलिएसावनमाहमेंस्थानीयश्रद्धालुओंकेअतिरिक्तदेशवप्रदेशसेसैकड़ोंलोगयहांपहुंचरहेहैं।यदिसरकारअमरनाथऔरमणिमहेशकीतर्जपरट्रस्टकागठनकरतीहैतोशिकलधारमेंधार्मिकऔरसाहसिकपर्यटनकोबढ़ावामिलेगा।हालांकि,शिकलधारमेंआनेवालेशिवभक्तोंकोमणिमहेशऔरकेदारनाथकीतरहसुविधाएंनहींमिलपातीहैं।मान्यताहैकिशिकलधारकीकरीब13हजारफीटकीऊंचाईपरभोलेनाथउन्हींभक्तोंकोदर्शनदेतेहैं,जोसच्चेमनसेदर्शनकरनेजातेहैं।अन्यथा,साफमौसमभीखराबहोजाताहै।सोमवारतथारविवारकोशिवगणकीओरसेसुबहपूजाअर्चनाकीजातीहै।उससमयसच्चेशिवभक्तकोशंखध्वनिसुनाईदेतीहै।भीमतलाईसेहोतेहैंशिवपरिवारकेदर्शन
पांगीमुख्यालयकिलाड़सेकरीब15किलोमीटरदूरहुडानपंचायतकेभीमतलाईतकबसजातीहै।यहांसेशिवपरिवारकेदर्शनशुरूहोतेहैं।भीमतलाईसेदोकिलोमीटरकीदूरीपरसांपकेजोड़ेकेदर्शनहोतेहैं।यहांनाग-नागिनकीजोड़ीकीआकृतिपत्थरपरबनीहुईहै।इसकीकुछदूरीपरगंगाकीधारबहरहीहै।यहांपरश्रद्धालुहाथ-मुंहधोनेकेसाथहीस्नानकरतेहैं।शिकलधारमेंअलग-अलगस्थानोंपरशिवलिगकेअलावामातापार्वतीचरणपदक,नंदीबैल,गणेशशेषनाग,शिवघराटऔरभोलेनाथसेजुड़ीजरूरीचीजोंकेदर्शनभक्तोंकोकरनेकेलिएमिलतेहैं।सिद्धबाबा(भूतनाथ)किरयूनीशिवभक्तरूपसिंहठाकुरकाकहनाहैकिजिसप्रकारभोलेनाथमणिमहेशमेंमौजूदहैं,उसीप्रकारशिकलधारमेंभीहैं।यहांपरभोलेनाथसेजुड़ेसभीआवश्यकचिन्हमौजूदहैं,जिनकेदर्शनकेलिएश्रद्धालुओंमेंजिज्ञासाहोतीहैं।सावनमाहमेंजोभीभक्तसच्चेमनसेभोलेनाथकेदर्शनकरताहै।उसकीहरइच्छापूरीहोतीहै।