मेरठ,जेएनएन।रूसकेयूक्रेनपरहमलाकरनेकेकारणवहांकेहालतखराबहोगएहै।यूक्रेनमेंफंसेबागपतसहितवेस्टयूपीकेभारतीयछात्रोंनेखुदकोघरोंमेंकियाकैदकरलियाहैतोकोईबंकरमेंपनाहलिएहुएहै।छात्रबाजारोंसेघरेलूउपयोगकेसामानखरीदलाएहै।किसीकेआंखोंकेसामनेमिसाइलेंदागीगई।रोते-बिलखतेलोगोंकोदेखरहेहै।एकतरफतोरूसीहमलेकाखतराहै,तोदूसरीओरअबभूखभीचिंताबनरहीहै।बिस्किट,नमकीन,ब्रेडऔरअन्यखाद्यसामग्रीखाकरदिन-रातकाटरहेहैं।बागपतसहितसभीस्थानोंकेस्वजनविद्यार्थियोंकीसकुशलस्वदेशवापसीकेप्रयासमेंलगेहै।वहींप्रशासनसभीकीजानकारीजुटारहाहै।
रोमानियाकेलिएबुककरलीगाड़ी,दूतावाससेहरीझंडीमिलनेकाइंतजार
यूक्रेनमेंजिलेकेलोगफंसेहुएहै।इनमेंसबसेअधिकविद्यार्थीहै।अबसभीकोस्वदेशलौटनेकाइंतजारहै।भारतसरकारनेछात्रोंकोलानेकेसंकेतदिएहैसभीकोअपनेदेशलौटनेकीआसजगीहै।बागपतनिवासीरालोदनेताओमबीरढाकाकीबेटीअनुष्काढाकानेवहांकीयथास्थितिसेअवगतकराया।बतायाकिरोमानियाबोर्डरपरजानेकेलिए30छात्रोंनेएकगाड़ीकोबुककरदिया,जिसकाभुगतानभीकरदियाहै।दूतावाससेहरीझंडीमिलतीहीरवानाहोजाएंगे।सभीछात्र-छात्राएंदेशकाझंडाबनानेमेंलगेहै।कीवमेंबड़ौतकेमानिकराणा,अक्षतत्यागी,बड़ागांवकीनिहारिकात्यागीवबागपतकेविश्वजीत,अग्रवालमंडीटटीरीकेसागरवर्मा,हलालपुरकेबृजवीरसिंहखोखरवहांकेबिगड़ेहालातकोबंयाकररहेहैं।वहींयूक्रेनकेखार्किवमें20सालसेनौकरीकररहेहै।पार्किंगमेंखड़ीकारमेंअपनेपत्नीअपर्णाकौशिकवदोबच्चोंकेसाथरहरहेहै।अक्षतत्यागीभीअपनापहाड़ियोंपरछीपकरअपनाओरपरिवारकाबचावकररहेहै।
आजरोमानियाकेलिएरवानाहोगीछात्रोंकीबस
बिजनौर।यूक्रेनमेंफंसेबिजनौरकेछात्रअबरोमानियाजानेकीतैयारीकररहेहैं।उनकीबसकुछघंटेबादरोमानियाकेलिएनिकलसकतीहै।बिजनौरकेहितेषनेबतायाकिइवानोमेंपूरीरातबिजलीगुलरही।उनकेइलाकेमेंबड़ीतादादमेंफाइटरप्लेनउड़तेरहे।हितेषनेबतायाकिउनकीबसआजरवानाहोगी।भारतकेरहनेवालेकईछात्रोंकेलिएअभीतकबसकीव्यवस्थानहींहोपाईहै।येछात्रजानजोखिममेंडालकरअपनेलिएटैक्सीऔरबसकाइंतजामकरनेमेंलगगएहैं।हितेषनेबतायाकिउन्हेंरोमानियाजानेकेलिएकेवलशौल्डरबैगलेजानेकीहीअनुमतिहै।इसमेदवाई,जरूरीकागज,एकलोअरऔरखानेकाथोड़ासामानहीलेजायाजासकताहै।
हंगरीबार्डरसे80किलोमीटरदूरपहुंचेछात्रजाममेंफंसे
सरधना:रोहटाथानाक्षेत्रकेमिर्जापुरनिवासीइजहारपुत्रइदरीशत्यागीहंगरीबार्डरसे80किलोमीटरदूरजाममेंफंसेहुएहै।यहजानकारीउनकेबड़ेभाईडा.अब्दुलकलामनेदी।डा.अब्दुलकलामनेबतायाकिवहओखलास्थितएस्कोर्टहास्पिटलमेंचिकित्सकहैं।उन्होंनेबतायाकिउनकीइजहारसेसुबहबातहुईथी।कीवमेडिकलयूनिवर्सिटीसेहंगरीबार्डरकरीबसातसौकिलोमीटरदूरहै।अबवहहंगारीबार्डरसेकरीब80किलोमीटरदूरजाममेंफंसेहुएहै।फिलहालज्यादाथकानहोनेसेवहकारमेंसोरहेहैं।बतादेंकिइजहारकेसाथमेरठकेएरागार्डननिवासीअमनशुक्रवारशामचारबजेहंगरीबार्डरकेलिएकारसेरवानाहुएथे।
सुरक्षितजोनमेंहैंछात्र
डा.अब्दुलकलामनेबतायाकिहंगरीबार्डरवेस्टजोनमेंहैं।यहजोनसेफहै।यहांपरकोईलड़ाईनहींहै।वहांपरहंगरीवपोलेंडबार्डरपरआर्मीतैनातहै।लेकिन,भारतीयदूतावासकोबार्डरपरपरेशानीहोरहीहै।क्योंकि,भारतीयोंकेसाथयूक्रेनकेभीलोगभारीतादादमेंबार्डरपरजारहेहैं।ऐसेमेंकुछभारतीयलोगोंकोपहचाननाभीमुश्किलहोरहाहै।उन्होंनेबतायाकिएकभारतीयदूतावासनेएकएडवाइजरीजारीकीहै।जिसमेंउन्होंनेबतायाकिबिनासूचनाकेकोईभारतीयवहांसेनानिकले।वहांउन्हीलोगोंकोप्रवेशदियाजारहाहै।जिनकेपासपोर्टनंबरउनकेपासहैं।