जागरणसंवाददाता,ऋषिकेश:
भारतीयजनतापार्टीकेप्रदेशप्रवक्ताविनयगोयलनेकिसानआंदोलनकेनामपरराजनीतिकरोटीसेंकरहेविपक्षीदलोंकोआड़ेहाथलिया।उन्होंनेकहाकिकुछराजनैतिकदलकिसानोंकोगुमराहकरनेकाप्रयासकररहेहैं।जबकिकृषिकानूनपूरीतरहसेदेशवकिसानोंकेहितमेंहैं।
भाजपाकार्यालयमेंआयोजितपत्रकारवार्तामेंगोयलनेकहाभाजपासदैवकिसानोंकीहितैषीरहीहै,किसानोंकीआयकोदोगुनाकरनेऔरआर्थिकरूपसेमजबूतकरनेकेलिएनएकानूनोंकोलायागयाहै।इससेकिसानोंकेऊपरलगीपाबंदियोंकोहटाना,विपणनकेपुरानेविकल्पकोचालूरखतेहुएनएविकल्पउपलब्धकरानाहै।उन्होंनेकहाकियदिकिसानोंकोनएकानूनोंमेंकुछगलतलगरहाहैतोसरकारबैठकरउनकेनिस्तारणकेलिएतैयारहै।
गोयलनेआरोपलगायाकिकिसानआंदोलनकोगुमराहकरकुछराष्ट्रविरोधीताकतेंसक्रियहोगईहैं।जोदेशकेखिलाफमाहौलबनानेकाप्रयासकररहेहैं।जबकिदेशकाबहुतबड़ाकिसानवर्गकृषिकानूनकासमर्थनकररहाहै।केंद्रीयकृषिमंत्रीनरेंद्रतोमरसे29किसानसंगठनोंकेप्रतिनिधियोंनेमिलकरकृषिकानूनकासमर्थनकियाहै।जिसमेंउत्तराखंडकेकिसानभीशामिलहैं।इसअवसरपरभाजपाकेजिलाअध्यक्षशमशेरसिंहपुंडीर,प्रदेशउपाध्यक्षकुसुमकंडवाल,दायित्वधारीभगतरामकोठारी,जिलामहामंत्रीसुदेशकंडवाल,मंडलअध्यक्षदिनेशसती,किसानमोर्चाअध्यक्षनरेंद्रसिंहरावत,जिलामीडियाप्रभारीसंपूर्णसिंहरावत,संदीपगुप्ता,राकेशचन्द्रा,जयंतशर्मा,राजेशजुगलानआदिउपस्थितथे।