पक्षियों को भा गयी गोरखपुर न्यायालय परिसर की हरियाली, डाल दिया डेरा

गोरखपुर,जागरणसंवाददाता:शोर-शराबेसेदूररहनेवालेपरिंदोंकोन्यायालयपरिसरकीहरियालीभागईहै।परिसरकेलंबे,घनेवृक्षोंकोवहअपनासुरक्षितठिकानामाननेलगे।इसकाप्रमाणहैकिवहां1500सेअधिकपक्षियोंनेडेराडालदियाहै।इनमेंसेअधिकांशगर्भसेहैं,जबकिकईपक्षियोंनेअंडेभीदिएहैं।हालांकिन्यायालयपरिसरमेंकामकरनेवालोंकेलिएयेपक्षीमुश्किलभीखड़ीकररहेहैं।पेड़सेगिरतेउनकेअंडेवगंदगीलोगोंकेलिएबड़ीसमस्याहैं।वनवचिड़ियाघरप्रशासनदोदिनसेइनपक्षियोंकोलेकरमंथनकररहाहै।उसकामाननायहपक्षीयहांप्रजननकेलिएआएहुएहैंऔरयहअवधिपूरीहोतेहीवहयहांसेलौटजाएंगे।

तीनदर्जनसेअधिकघनेऔरलंबेपेड़हैंन्यायालयपरिसरमें

न्यायालयपरिसरमेंतीनदर्जनसेअधिकअशोक,बरगद,गूलर,पाकड़आदिकेघने-लंबेपेड़हैं।वनविभागकामाननाहैकिइनमेंसेकईवृक्षोंकीआयु50वर्षसेअधिकहै,इससेआकर्षितहोकरनाइटहेरान,लेसरकरमोरेंट,कैटलइग्रिटजैसेपक्षियोंनेइनवृक्षोंपरघोंसलाबनालियाहै।उन्होंनेवहांबड़ेपैमानेपरअंडेभीदिएहैं।अपनीभारी-भरकममौजूदगीसेपरिंदेयहभीसंदेशदेरहेहैंकिशहरमेंन्यायालयपरिसरकीआबोहवाअन्यस्थानोंसेबेहतरहै।न्यायालयपरिसरमेंमौजूदपक्षियोंमेंसर्वाधिकसंख्यानाइटहेरानकीहै।उसकेबादकरमोरेंटहैं।सबसेकमसंख्याकैटलइग्रिटकीहै।वनविभागकामाननाहैकियहपरिंदेयहांप्रजननकेलिएआएहैं।सभीपेड़ोंपरबड़ेपैमानेपरघोसलेबनेहुएहैं।उसमेंउनकेअंडेभीमौजूदहैं।आनेवालेदिनोंमेंइनकीसंख्याढाईसेतीनगुनीहोसकतीहै।अधिकांशउम्मीदहैकिप्रजननअवधिपूरीहोनेकेबादसभीपरिंदेअपनेकुनबेकेसाथयहांसेनिकलजाएं।

यहांसेहुईविभागकोखबर

न्यायालयपरिसरमेंइनपरिंदोंकीबड़ेपैमानेपरमौजूदगीवहांकेलोगोंकेलिएसमस्याबनीहुईहै।बारएसोसिएशनकीसूचनापरबीतेशनिवारवरविवारकोनिदेशकचिड़ियाघर,पशुचिकित्साधिकारीचिड़ियाघरवडीएफओनेन्यायालयपरिसरपहुंचकरइसकीछानबीनकी।उनकीजांचमेंसंभावनाजताईगईहैकिपक्षीपीपीगंजकीतरफसेयहांआएहोंगे।सड़कचौड़ीकरणकेनामपरउसक्षेत्रमेंबड़ेपैमानेपरवृक्षोंकीकटानहुईहै।ऐसेमेंपक्षीसुरक्षितठिकानेकेलिएयहांआगएहोंगे।यहांपासमेंरामगढ़तालवअन्यछोटेजलाशयोंमेंमछलियांउनकाबेहतरभोजनहैं।

वृक्षोंकेपासजालबिछाकरसुरक्षितकियाजाएगापक्षियोंकेअंडेको

डीएफओअविनाशकुमारनेकहाकिन्यायालयपरिसरमेंकरीब1500सेपक्षीदेखेजारहेहैं।उनकेअंडेसुरक्षितरहें,इसलिएवृक्षोंकेपासजालबिछाकरउसेसुरक्षितकरनेकाप्रयासकियाजाएगा।अधिकांशपक्षीगर्भसेहैं।ऐसेमेंप्रतीतहोताहैकिवहप्रजननअवधिपूरीहोनेकेबादयहांसेनिकलजाएंगे।