केदारदत्त,देहरादून।परेशानियोंसेजूझतीखेती-किसानीकोसंबलदेनेकोउत्तराखंडकेहरिद्वारजिलेकेभगवानपुरऔरबहादराबादकेकिसानोंनेरोशनीदिखाईहै।राजाजीटाइगररिजर्व(आरटीआर)सेसटेइनब्लॉकोंमेंकिसानोंनेवन्यजीवोंसेपारपानेकोफसलपैटर्नबदलाऔरगन्ना,धानवगेहूंकोछोड़सगंधखेतीशुरूकी।इससेआर्थिकीसंवरीतोवन्यजीवोंकेभयसेमुक्तिमिलगई।वर्तमानमेंइनब्लॉकोंके167किसानसगंधखेतीसेजुड़ेहैं।प्रतिकिसानसालानाकरीबछहलाखकीआयहै।
खेतीमेंबदलावकरतरक्कीकीयेइबारतलिखीगईसगंधपौधाकेंद्र(कैप)सेलाकुईकेसहयोगसे।भगवानपुरवबहादराबादब्लॉकोंके40गांवोंकीखेतीआरटीआरसेसटीहै।यहांहाथी,सूअर,नीलगायजैसेजानवरखड़ीफसलचौपटकररहेथे।ऐसेमेंकिसानोंकेसम्मुखदोहीविकल्पथे।यातोखेतीछोड़देंअथवाऐसीफसलेंलगाएंजोलाभकारीहोऔरवन्यजीवोंसेछुटकारादिलाएं।कैपकेजरियेसंगधखेतीकारास्ताउन्हेंमिला।
फिरदोनोंब्लॉकोंकेजंगलसेलगेखेतोंमेंलैमनग्रास,मिंट,कैमोमाइलजैसीसगंधफसलेंलहलहानेलगीं।इनमेंलागतकमवश्रमकमलगनेकेसाथहीअच्छीआयहोरहीहै।वन्यजीवोंकेखौफसेनिजातमिलगई।वजह,सगंधफसलेंजानवरनहींखाते।सिकरोड़ा(भगवानपुर)केरावफरमूदबतातेहैंकिवह90बीघेमेंसगंधखेतीकररहेहैं।लैमनग्रासवमिंटसेतेलनिकालनेकोआसवनसंयंत्रलगाहै।हरचारमाहमेंइनफसलोंसेमिलनेवाले20किलोतेलसेवहदोलाखतककमालेतेहैं।यहफायदाअन्यफसलोंकेमुकाबलेकहींअधिकहै।
पीकेवीवाईमें17एरोमाक्लस्टर
कैपकेनिदेशकडॉ.नृपेंद्रचौहानकेअनुसारपरंपरागतकृषिविकासयोजना(पीकेवीवाई)मेंभगवानपुरमें13वबहादराबादमेंचारएरोमाक्लस्टरबनाएजारहेहैं।इनमेंलगभग167किसानजुड़ेहैं।अगलेसालतकयहसंख्या400होजाएगी।यहीनहीं,मनरेगामेंभीसगंधफसलोंकोबढ़ावादियाजारहाहै।
नजीरपेशकररहेजगपालवफारूख
बिशनपुर(बहादराबाद)केजगपालसिंहकी35बीघाभूमिबंजरपड़ीथी।गतवर्षउन्होंनेइसमेंलैमनग्रासवमिंटकीफसललगाई।सवासालमेंउन्हें4.5लाखकामुनाफाहुआ।सिकरोड़ा(भगवानपुर)केरावफारूखखांभीअपनी55बीघाभूमिमेंलैमनग्रास,मिंट,कैमोमाइलउगारहेहैं।उनकीसालानाआयछहलाखरुपयेहै।
हरिद्वारकेभगवानपुरऔरबहादराबादब्लाकोंकेकिसानोंनेकियाप्रयोग,राजाजीटाइगररिजर्वसेसटेइनब्लॉकोंकेगांवोंमेंखेतीचौपटकररहेथेवन्यजीव,कैपकाअगलेसालतक400औरकिसानोंकोसगंधखेतीसेजोड़नेकाहैलक्ष्य।