जागरणसंवाददाता,हाथरस:अयोध्यापरआएफैसलेकेबादजहांएकओरटीवीपरबहसछिड़ीहैऔरलोगकमेंटभीकररहेहैं।उसीमाहौलमेंअपनेशरीफअलीअमनकीखुशबूबिखेरतेहुएकहतेहैंकिश्रीराममंदिरतोबहुतपहलेबनजानाचाहिएथा,क्योंकियेहिदुओंकीआस्थाकाप्रतीकहै।अबसुप्रीमकोर्टनेऐतिहासिकफैसलासुनाकरलोगोंकेदिलोंकोजीताहै।
पढ़तेहैंरामायणवगीता
सिकंदराराऊकेमोहल्लादमदमामेंरहनेवाले73वर्षीयशरीफअलीबतातेहैंकिपैदाइशजरूरमुस्लिमसमाजमेंहुई,मगरअध्यापनकार्यहिदुओंकेसाथकिया।पूरेब्लाकमें400हिदूशिक्षकोंमेंमहजसातमुस्लिमशिक्षकथेइसलिएउसमाहौलमेंरहकरउनकेत्योहारोंपरआना-जानाशुरूहुआ।यहांतककि30सालसेनवरात्रव्रततकरहताहूं।रामायणसेलेकरगीतापढ़ताहूं।रक्षाबंधनपरराखीबंधवानेकेसाथहोली,दीपावलीत्योहारभीमिलकरबैठकरमनातेहैं।हिदूभीईदपरघरआतेहैं।
हिम्मतनहींविरोधकरनेकी
बेसिकस्कूलोंमेंहेडमास्टरपदसेरिटायर्डहोचुकेशरीफबतातेहैंकिक्रिकेटऔरकबड्डीकेशौकीनशरीफकाभरापूरापरिवारहै।एकबेटाशराफतअलीआरपीएफइंस्पेक्टरऔरछोटाबेटाजाहिदपुलिसमेंसबइंस्पेक्टरहै।एकबेटीशादीशुदाहै।वहकहतेहैंस्वार्थकीराजनीतिकेकारणभाईचाराकायमनहींहोपारहाहै।परमात्मानेसबकोएकजैसाबनायातबइसधरतीपरहमभेदभावक्योंकरतेहैं?