आगरा,जागरणसंवाददाता। मंगलवारकादिनआगराकेलिएबेहदखासहोगा।इसदिनदिल्लीमेंहोनेवालेसमारोहमेंआगराकेहिंदीसाहित्यकीशान,लेखिकाऔरशिक्षाविदडा.ऊषायादवकोपद्मश्रीसम्मानसेसम्मानितकियाजाएगा।समारोहमेंशामिलहोनेकेलिएवहदिल्लीपहुंचचुकीहैं।
उन्होंनेबतायाकिकार्यक्रममंगलवारकोसुबहनौबजेशुरूहोगाऔरदोपहरसाढ़े12बजेतकचलेगा।सुबहआठबजकर45मिनटपरकार्यक्रममेंप्रवेशदियाजाएगा।वहसमारोहमेंअपनेपतिडा.आरकेसिंहऔरबेटीडा.कामनासिंहकेसाथशामिलहोंगी।इसकेलिएउन्होंनेरविवारकोअपनीकोविड-19कीजांचभीकराईहै,जिसकीरिपोर्टसोमवारकोआएगी।
100सेअधिककिताबेंलिखी
नार्थईदगाहनिवासीडा.ऊषायादवनेबृजसंस्कृतिकेउन्नयनकेलिएकाफीकामकियाहै।बृजपरंपराकोबनाएरखनेकेलिएउनकेदर्जनोंआलेखराष्ट्रीयस्तरकीपत्र-पत्रिकाओंमेंप्रकाशितहोचुकेहैं।कहानीसंग्रहटुकड़े-टुकड़ेसुख,सपनोंकाइंद्रधनुष,उपन्यासप्रकाशकीओर,आंखोंकाआकाशसहित100सेअधिककिताबेंलिखचुकीहैं।बच्चोंपरभीउनकासाहित्यकेंद्रितरहाऔरउनकाबालसाहित्यबेहदपसंदकियागया।डा.ऊषायादवकेपिताचंद्रपालसिंहमयंकबालसाहित्यकारथे।
बचपनसेथालिखनेकाशौक
डा.ऊषायादवबतातीहैंकिपरिवारमेंहमेशासेहीलिखने-पढ़नेकामाहौलथा,तोवहभीइसकीओरआकर्षितहोगई।उनकीपहलीकवितास्कूलकीपत्रिकामेंप्रकाशितहुई,जबवहनौवींकक्षामेंथीं।उसकेबादउन्होंनेपीछेमुड़करनहींदेखा।उनकेपसंदीदासाहित्यकारप्रेमचंदऔरशरदजोशीहैं।
मिलचुकेहैंतमामपुरस्कार
डा.यादवकोअबतकतमामपुरस्कारमिलचुकेहैं।उनकेहिस्सेकीधूपउपन्यासकेलिएराष्ट्रीयमानवाधिकारआयोगनेमहात्मागांधीद्विवार्षिकहिंदीलेखनपुरस्कारदिया।उप्रहिंदीसंस्थाननेबालसाहित्यभारतीपुरस्कारदिया।इलाहाबादमेंमीराफाउंडेशननेमीरास्मृतिसम्मानदिया।काहेरीनलिनीउपन्यासकेलिएमध्यप्रदेशसाहित्यअकादमीनेसम्मानितकिया।भोपालमेंबालकल्याणएवंबालसाहित्यशोधकेंद्रनेसम्मानितकिया।