पूर्णिया।जिलेमेंपंचायतस्तरपरहाईस्कूलकासरकारीलक्ष्यशैक्षणिकवर्ष2020-21मेंपूराकरलियागयाहै।प्राथमिकऔरमध्यविद्यालयभीअबपर्याप्तसंख्यामेंहै।प्लसटूविद्यालयकीसंख्यामेंभीकाफीबढ़ोतरीहुईहै।हालांकिजिलेमेंआजभी350नवसृजितप्राथिमकविद्यालयभूमिहीनएवंभवनहीनहैं।यहआसपासकेविद्यालयोंमेंसामंजितहोकरचलरहाहै।इसकालाभविद्यालयकेमूलस्थलवालेबच्चोंकोपूरीतरहनहींमिलरहाहै।
जिलेमें267हाईस्कूलसंचालितहै।47प्लसटूविद्यालय,842मध्यविद्यालयएवं1363प्राथमिकविद्यालयहैं।लगभग70हाईस्कूलोंमेंइसशैक्षणिकसत्रमेंनामांकनलियागयाहै।हाईस्कूलअधिकतमपांचकिमीकीदूरीपरतोमध्यविद्यालयअधिकतमतीनऔरप्राथमिकविद्यालयभीएक-दूसरेसेअधिकतमएककिमीकीदूरीपरहै।नगरनिगम,नगरपंचायत,अनुमंडलएवंप्रखंडस्तरपरतोविद्यालयऔरभीनजदीकमेंहोजाताहै।अधिकतमपंचायतोंमेंमध्यविद्यालयदोसेतीनतोप्राथमिकविद्यालयकीसंख्याचारसेपांचतकहै।
प्रखंडवारविद्यालयोंकीसंख्यासबसेज्यादाबनमनखीमें282,अमौरमें233,बीकोठीमें167,बैसामें174,बायसीमें167,भवानीपुरमें119,डगरूआमें145,धमदाहामें197,जलालगढ़में85,कसबामें117,केनगरमें156,पूर्णियापूर्वमें80,नगरनिगममें117,रूपौलीमें139औरश्रीनगरमें90विद्यालयशामिलहैं।इसमेंमदरसाभीशामिलहैं।इनविद्यालयोंमेंछहलाखसेअधिकबच्चेनामांकितहैं।लगभगनौहजारसेअधिकशिक्षककार्यरतहैं।विद्यालयोंमेंछात्रोंकेअनुपातमेंशिक्षकोंकीसंख्याकमहैं।आदर्शस्थिति40बच्चोंपरएकशिक्षककोमानागयाहै।जिलेमेंछात्र-शिक्षकअनुपातलगभग60:1है।हाईस्कूलोंमेंभीशिक्षकोंकीसंख्याऔरकमहै।कक्षानौवींसे12वींतक60हजारसेअधिकबच्चेनामांकितहैं।इसकेलिएशिक्षकोंकीसंख्याएकहजारसेअधिकहै।
विद्यालयमेंबिजली,शौचालय,हैंडपंपउपलब्ध
विद्यालयोंमेंशौचालय,बिजली,हैंडपंप,वर्षाजलसंचयकीव्यवस्थाहै।विद्यालयोंमें2600हैंडपंप,सौसेअधिकविद्यालयोंमेंटैपवाटरकीसुविधाहै।सभीहाइस्कूलोंमेंस्मार्टक्लासकीसुविधाउपलब्धहैतोमध्यएवंप्राथमिकविद्यालयोंमेंभीबुनियादीसुविधाएंउपलब्धहै।भूमिहीनएवंभवनहीनविद्यालयोंमेंबुनियादीसुविधाओंकाअभावहै।कईविद्यालयोंमेंअस्थायीशौचालयकामकररहाहै,तोकईजगहोंपरदोसेतीनकमरोंमेंकक्षाएकसेपांचतककीपढ़ाईहोतीहै।कक्षाएकसेआठतककेविद्यालयोंमेंवर्ष2018केपूर्वकिसीभीतरहकीपरीक्षाकाप्रावधाननहींथा।बच्चेअगलीकक्षामेंस्वत:चलेजातेथे।2018सेविद्यालयोंमेंमूल्यांकनपद्धतिविकसितकीगईहै।जिसकेआधारपरबच्चोंकामूल्यांकनकरउसकीग्रेडिगहोतीहै।कमजोरबच्चोंकेलिएअलगसेकक्षाआयोजितकरउसकीभारपाईकीजातीहै।पुन:उसकामूल्यांकनकरउसेप्रमोटकियाजाताहै।
प्रखंडस्तरीयसमितिढूंढ़रहीभूमिहीनविद्यालयोंकेलिएजमीन
जिलेमेंवर्तमानमें350सेज्यादाभूमिहीन-भवनहीनविद्यालयहैं।इसकार्यकेलिएजिलास्तरीयएवंप्रखंडस्तरीयसमितिकागठनकियागयाहै।इसकार्यकोगतिप्रदानकरनेकेलिएशिक्षाविभागनेभूमिखोजो-बचावअभियानकानामदियाहै।वैसेभूमिदाताजो20डिसमिलसेज्यादाभूमिदानकरेंगे,उनकेयाउनकेपरिवारकेसदस्यकेनामपरविद्यालयकानामकरणएवं20डिसमिलसेकमभूमिदानकरनेपरउनकेनामकाशिलापटविद्यालयमेंलगाएजानेकाप्रावधानसुनिश्चितकियागयाहै।जिलास्तरीयसमितिप्रखंडस्तरीयसमितिकीसमीक्षाएवंदिशा-निर्देशनकरेगी,साथहीप्रखंडस्तरीयसमितिकीओरसेअनुशंसितविद्यालयकेलिएभूमिएडीएमयासंबंधितपदाधिकारीसेसंपर्ककरउसकासमाधानकियाजाएगा।
जिलेमेंपंचायतवारहाइस्कूलकालक्ष्यपूराकरलियागयाहै।प्राथमिकएवंमध्यविद्यालयभीपर्याप्तसंख्यामेंहै।नवसृजितप्राथमिकविद्यालयजोभूमिहीनएवंभवनहीनहैं,वहांसुविधाओंकाअभावहै।इसकेलिएभीजमीनखोजनेकाकार्यचलरहाहै।हाइस्कूलस्तरपरशिक्षकोंकीकमीजरूरहै।इसकेलिएनियोजनकीप्रक्रियाचलरहीहै।
श्यामबाबूराम,डीईओ,पूर्णिया