नरपतगंज का स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार, ऐसे में कैसे बचेगी लोगों की जान

--बिहारसरकारकेस्वास्थ्यमहकमापरकियागयाहैकरोड़ोंरुपयेखर्च

संसू,फुलकाहा(अररिया):बिहारसरकारकेस्वास्थ्यमहकमापरकरोड़ोंरुपयेखर्चकियेजानेकेबावजूदनरपतगंजकाप्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रबीमारहै।सुविधाओंकेअभावमेंयहांआनेवालेमरीजोंकीपरेशानीबढ़ीहुईहै।नरपतगंजप्रखंडकेचारलाखकीआबादीकेभरोसेपरखरानहींउतररहाहैनरपतगंजकापीएचपी।कहनेकोतोयहांएकदर्जनचिकित्सकक्रमश:डारूपेशकुमार,डारजीउद्दीन,डालुसीसाह,डाउषामोहनडादिनेशसाह,डादीपककुमार,डाकुमारसंभव,डाआफाकआलम,डारमेशमेहताएवं70नर्स347आशाकर्मीसातसफाईकर्मीअपनायोगदानदेतेहैं।कितुहालातसुविधाओंकेअभावमेंबदतरहै।अस्पतालकेप्रसवकक्षमें10बेडहैजबकिओटीमें30बेडहै।कोरोनाकासेपूर्वयहांप्रतिदिनपांचसौसेछहसौमरीजइलाजहेतुआतेथेकितुकोरोनाकालमेंसुविधाओंकेअभावकेचलतेदोसौतकमरीजयहांपहुंचतेहैंबाकीकेसुखीसंपन्नमरीजबाहरकेअस्पतालोंसेसुविधाएंलेतेहैं।अस्पतालमें150नर्सकीआवश्यकताहैजबकि70हीयहांमौजूदहै।347आशाकर्मीकेसहारेअस्पतालफिलवक्तचलरहाहै।नवाबगंजएपीएचसीमेंडारजीउद्दीसप्ताहमेंदोदिनयोगदानदेतेहैं।पीएचसीमेंहीमरीजोंकोदेखतेहैं।इसकेअलावेरामघटएपीएचसीमेंडा.लुसीसाहपदस्थापितहैं,गोखलापुरएपीएचसीमेंउषामोहनहै,घूरनाएपीएचसीमेंडॉदीपककुमारयोगदानदेतेहैं।लेकिनक्योंचिकित्सकोंकाजहांपदस्थापितकियागयाहैवहांपरसमयपरनहींपहुंचपारहेहैं।क्योंकिनरपतगंजपीएचसीमेंभीउन्हेंमरीजोंकोदेखनापड़ताहै।

मास्कएवंसैनिटाइजरकीअस्पतालमेंनहींहैसुविधा-अस्पतालमेंचादर,मास्क,सेनिटाइजरइससमयमेंनदारदहैजबकिवैश्विकमहामारीकोरोनादुनियासेपूरीतरहखत्मनहींहुआहै।अस्पतालकेभीतरतोसाफ-सफाईहैपरबाहरकचड़ेकाअंबारलगाहुआहै।

जरूरतकीदवाएंअस्पतालमेंनहींहैउपलब्ध-जरूरतकीदवाओंकाभीघोरअभावहैकारणवशमरीजोंकोप्राइवेटदुकानोंसेदवाखक्याकहतेहैंचिकित्साप्रभारी-नरपतगंजपीएचसीप्रभारीडारूपेशकुमारनेबतायाकिचिकित्सकोंकाचारपदयहांखालीहै।नवाबगंजएपीएचसी,घूरनाएपीएचसी,एपीएचसी,रामघाटएपीएचसी,गोखलापुरएपीएचसीकेचिकित्सकोंसेसहयोगलेनापड़रहाहै।अधिकतरचिकित्सक10से15या20किलोमीटरकीदूरीसेप्रतिदिनयहांआतेहैंजिसकेचलतेसमयपरपहुंचनामुश्किलहोताहैयहदिनचर्यामेंशामिलभीहै।यहांमहिलाचिकित्सककीकमीहैगोखलापुरसेडाउषामोहनऔररामघाटसेडालुसीसाहयहांचिकित्सासेवादेनेपहुंचतीहैपरयहपर्याप्तनहींहै।जिनदवाओंकीजरूरतहैउसकेलिएवहअररियासिविलसर्जनकोतथाविभागकेअधिकारीकोलगातारजानकारीदेतेरहतेहैं।क्याकहतेहैंमरीजोंकेस्वजन-अस्पतालमेंएकस्वजनकाप्रसवकरानेबसमतियासेपहुंचीमहिलादेवयानीदेवीनेबतायाकिउसेदोहजारसेअधिककीदवाईबाहरसेमंगवानीपड़ीहै।नवाबगंजसेमरीजकेसाथआएपिटूकुमारनेबतायाकिअस्पतालपरिसरमेंगंदगीकाअंबारहैइससेबीमारीकेबढ़नेकाखतराहैयहांपरसाफसफाईकीअतिआवश्यकताहै।गोखलापुरसेमरीजकेसाथआईपार्वतीदेवी,हीरादेवी,फूलवतीदेवी,राजमणीदेवी,फूलोदेवी,प्रदीपपासवान,संजयपासवानआदिनेबतायाकिहल्की-फुल्कीदवादेकरयहांचिकित्सकइलाजकररहेहैं।इसलिएहमलोगकोपरेशानीहोतीहै।रामघाटसेमरीजकेसाथआएप्रदीपसाह,गुरुदास,नेबतायाकिहमलोगबहुतदूरसेआएहैंगरीबहैंकितुअस्पतालमेंकोव्यवस्थाकोदेखकरकुछसमझमेंनहींआरहाहैयहांमेरेमरीजकासमुचितइलाजसंभवनहींदिखरहाहै।नरपतगंजकेनवाबगंजपंचायतसेपहुंचेइलाजकरानेनरपतगंजपीएचसीमेंमरीजकेस्वजनजयश्री,ऋषिदेव,कलानंदसिंह,दीपूमंडल,कांग्रेसीऋषिदेवआदिनेबतायाकिहमलोगमरीजलेकरपीएचसीआएलेकिनयहांपरजोव्यवस्थारहनाचाहिएबिल्कुलनहींहै,शौचालयकेलिएजबगएतोफाटकनहींलगाहुआथाऔरबदबूमाररहाथाजिसकेकारणहमलोगोंकोकाफीपरेशानीहुआउसकेबादपीएचसीमेंहींजानकारीमिलाकीपीएससीकेपीछेनयाशौचालयबनाहुआहैजबवहांगएतोउसमेंतालालटकाहुआथाइसकीजानकारीलेखापालकोदियागयालेकिनलेखापालसंजयकुमारनेकहाकिशौचालयकातालाएक-दोदिनमेंखोलदियाजाएगा।इसशौचालयमेंकईवर्षोंसेतालानहींखोलागयाहै,यहांकेमरीजोंकोकाफीपरेशानियोंकासामनाकरनापड़रहाहै।कोशिकापुरसेगर्भवतीकरानेआएमहिलासावित्रीदेवीनेकहाकिप्रसवरूममेंएएनएमकेद्वारा25सौसेतीनहजाररुपयातकमांगाजाताहैऔररूमसेबाहरनहींनिकलनेदियाजाताहै,नहींदेनेपरदवाईभीठीकढंगसेनहींदियाजाताहै।उन्होंनेकहाकिइसकीशिकायतपीएचसीप्रभारीएवंअन्यचिकित्सकोंसेकियागयाहैलेकिनकोईसुनवाईनहींकियागया।कहाकिहमलोगगरीबतबकेसेआतेहैंइसलिएसरकारीअस्पतालमेंआतेहैंइलाजकरानेकेलिएबड़े-बड़ेलोगसरकारीअस्पतालमेंइलाजनहींकरातेहैं।इसअस्पतालमेंअधिकारियोंएवंजनप्रतिनिधियोंकोध्यानदेनाचाहिएकिअस्पतालमेंक्याचीजोंकीआवश्यकताएंहैं।लेकिनकोईइसपरध्याननहींदेरहेहैं।इससंबंधमेंअररियासिविलसर्जननेबतायाकिअस्पतालपरध्यानदियाजारहाहैमरीजोंकोजोभीपरेशानीहैवहसीधेहमेंजानकारीदेंऔरइसकीजांचकरवैसेलोगोंपरकार्रवाईभीकरेंगे।इससंबंधमेंप्रभातयादवनेसिविलसर्जनवडीएमसेअविलंबस्वास्थ्यकेंद्रकीव्यवस्थामेंसुधारकरनेकीमांगकियाहै।