निर्मला ने आपदा में तलाशा अवसर, औरों को भी बनाया आत्मनिर्भर

दिलीपसाहू,गोतनी:कोरोनाकालमेंजहांनौकरीछोड़करलोगोंकोशहरोंसेअपनेघरोंकारुखकरनापड़रहाहै,वहींयोगीसरकारकीआजीविकामिशननेग्रामीणइलाकोंकीमहिलाओंकोउनकेघरमेंरोजगारउपलब्धकरादियाहै।ग्रामीणइलाकोंकीकुछमहिलाएंनसिर्फइसयोजनाकेजरिएआत्मनिर्भरबनरहीहैं,बल्किऔरोंकोभीरोजगारउपलब्धकरारहीहैं।वेगांवमेंहीबाधबनाकरदुकानदारोंकोअच्छेदामोंपरबेचअपनीआर्थिकस्थितिकोऔरबेहतरबनारहीहैं।

कोरोनाकालमेंआजजबलोगबेरोजगारीसेजूझरहेहैं,तबप्रतापगढ़जनपदकेकुंडातहसीलक्षेत्रकेसुजौलीगांवनिवासीनिर्मला,विमला,राजपति,लालतीदेवी,सुशीला,सरिता,गुड़िया,प्रीति,पुष्पा,औरउर्मिलादेवी,कड़ीमेहनतवजज्बेसेआत्मनिर्भरबननेकीदिशामेंजुटीहुईंथीं।कोरोनाकालमेंपुरुषोंकेसाथकंधेसेकंधामिलाकरआजघरकीआर्थिकस्थितिमेंबराबरकीभागीदारीकररहीहैं।वहींइससंकटकीघड़ीमेंदूसरोंकोभीरोजगारमुहैयाकरानेमेंसफलहोरहीहैं।निर्मलाबतातीहैंदोदशकपूर्वबाधबनानेकाकार्यहमारामुख्यव्यापारहुआकरताथा।औरबाधकीखपतकमहोनेपरधीरे-धीरेयहव्यापारसमाप्तहोचुकाथा,लेकिनइसआपदामेंकुछव्यापारियोंनेबाधकीमांगकी,तोफिरक्याथा।हुनरअपनेहांथमेंथाही,इसआपदामेंहमनेबाधबनानेकाकामचालूकरदिया।अबहमलोगोंकोबाजारकाचक्करभीनहींकाटनापड़ता,व्यापारीघरसेहीअच्छेदामोंमेंलेजातेहैं।प्रदेशसरकारकीआजीविकामिशनसेजुड़ीइनमहिलाओंनेसमूहबनादर्जनोंमहिलाओंकोरोजगारउपलब्धकरायाहै।कुंडाब्लॉककेसुजौलीग्रामसभाकीइनमहिलाओंनेआत्मनिर्भरबनआपदामेंभीरोजगारतलाशनेकाकामकियाहै।इसआत्मनिर्भरताकापूराश्रेययेमहिलाऐंअपनेपूर्वजोंकोदेतीहैं,जिनकाहुनरआजइसकोरोनासंकटमेंइनमहिलाओंकेलिएकिसीवैक्सीनसेकमनहीं।अबयहकामधीरे-धीरेपूरेगांवमेंशुरुहोनेलगाहै।कोरोनाक‌र्फ्यूकादंशझेलरहेउनपरिवारकेलोगोंकेलिएजीविकाकासहाराबनगयाहै,जोकोरोनासंकटकेकारणमहानगरोंसेकामछोड़करगांवचलेआएथे।