संवादसूत्र,श्रीमुक्तसरसाहिब
गांवकोटलीसंघरमेंनालियोंकेपानीकाकोईप्रंबंधनहोनेकेचलतेलोगकाफीसमयसेपरेशानीझेलरहेहै।लोगोंद्वारापानीकेमसलेकेहललिएसंबंधितविभागतथाजिलेकेअधिकारियोंकोकईबारगुहारलगाचुकेहैलेकिनमसलेकाकोईहलनहींहोरहा।
गांवकेबलवीरसिंहबीरातथाउसकेबेटेहरमनसिंहनेबतायाकिउनकेघरकेसाथगंदेपानीकीनिकासीलिएबनीनालीमेंहरवक्तपानीभरारहताहै।जिसकीकोईनिकासीनहोनेकारणगंदापानीघरकीदीवारोंकेसाथजमारहताहै।छप्पड़मेंपानीओवरफ्लोहोचुकाहैजिसकीआगेकिसीतरफनिकासीनहींहै।बारिशकेदिनोंमेंउनकोओरभीपरेशानीझेलनीपड़तीहै।क्योंकिछप्पड़कापानीओवरफ्लोहोकरलोगोंकेघरोंमेंदाखिलहोजाताहै।जिससेमकानगिरनाकाखतराबनजाताहै।उन्होंनेप्रशासनसोमांगकीहैकिपानीकीनिकासीकाकोईढोसप्रंबंधकियाजाए।उन्होंनेकहाकिदीवारकेपाससेगुजरतीनालियोंकोऊंचाकरकरकेबनायाजाए।
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