नींद गायब कर सपनों को किया सच

जागरणसंवाददाता,बांदा:'मानवजबजोरलगाताहै,पत्थरपानीबनजाताहै'कविरामधारी¨सहदिनकरकायहकथनरजियाखातूनपरसटीकलगताहै।शादीकर¨जदगीकीदूसरीपारीशुरूकरनेवालीरजियाकेससुरालकीमालीहालतठीकनहींथी।दोवक्तकीरोटीकेलिएपतिकोहाड़तोड़मेहनतकरनीपड़तीथी।उससेयहहालतदेखीनहींगई।मुंहदिखाईमेंमिलेचंदपैसोंसेसिलाईमशीनखरीदीऔरघरकीजिम्मेदारीअपनेकंधोंपरसंभालली।वृद्धसास-ससुरकीसेवाकेसाथबच्चोंकीपरवरिशकरहरघड़ीआनेवालीमुसीबतोंसेलड़तीगई।अपनीमेहनतकेबलबूतेवहरेडीमेडकपड़ोंकाकारखानाचलारहीहैं।

कहानी35बरसपुरानीहै।शादीसेपहलेखुशनुमां¨जदगीकेसपनेपिरोनेवालीरजियाकोनहींमालूमथाकिसंघर्षउसकीदास्तांमेंहै।निम्नीपारकीरजियाकानिकाहमनोहरीगंजकेइकजादसेतयहोगया।ससुरालकीदेहरीलांघतेहीकुछघंटोंमेंघरकीमालीहालातकाअहसासहोगया।बूढ़ीसासनूरजहांऔरससुरइकबालसेमां-बापकीतरहऔरपतिसेप्यारमिला।पतिदिनभरप्राइवेटदुकानमेंनौकरीकरफलकीबिक्रीकरताथा।दिनभरकीमेहनतकेबादतीससेचालीसरुपएहीमिलपातेथे।इनरुपयोंसेपूरेपरिवारकाखर्चचलानामुश्किलथा।रजियानेअपनेसपनोंकोऔरबुलंदकरशादीकीरश्मऔरमुंहदिखाईमेंमिलेचंदपैसोंसेएकसिलाईमशीनखरीदी।पतिनेभीरजियाकापूरासाथदिया।धीरे-धीरेकहानीबढ़ीऔरघरकेआर्थिकहालातभीबेहतरहोतेगए।इसदौरानरजियाबड़ीबेटीशबानापरवीनकीशादीकरचुकीहैं।एकबेटाइरफानसंविदामेंनौकरीकरनेलगा,जबकिबेटीनाजोएमएकीपढ़ाईकररहीहै।बकौल,रजियावहदिनबड़ेमुश्किलकेथे।हालातयहथेकिएकवक्तकाभीभरपेटखानानहींबनपाताथा।कभीसास-ससुरकभीबच्चेबीमारतोजैसेघरपरआफतआजातीथी।आजअपनेघरहीरजियारेडीमेडकपड़ोंकाकारखानाचलारहीहैं।कुछमहिलाओंकोरोजगारदेनेकेसाथखुदभीकपड़ेसिलतीहैं।

उद्योगविभागनेकियासपोर्ट

रजियाकेहुनरऔरहौसलेकोदेखकरउद्योगविभागनेउसकेतरक्कीकेऔररास्तेखोलदिएहैं।हालहीमेंप्रधानमंत्रीस्वरोजगारयोजनाकेतहतपांचलाखरुपयेकेऋणकीस्वीकृतिदिलाईहै।उद्योगविभागकेअसिस्टेंटकमिश्नरसर्वेशदीक्षितनेबतायाकिरजियाउनमहिलाओंकेलिएप्रेरणास्रोतहैंजोमुश्किलहालातोंमेंटूटजातीहैं।