नड्डी के साथ लगती डलझील अब प्रशासन व सरकार के गले की बनी फांस, पानी का रिसाव नहीं ले रहा रूकने का नाम

धर्मशाला,जागरणसंवाददाता।आस्थावपर्यटनकाकेंद्रडलझीलअबफिरसेप्रशासनवसरकारकेगलेकीफांसबननेलगीहै।अप्परधर्मशालानड्डीकेसाथसटीयहझीलबहुतहीरमणीकस्थलहै।यहांपरदेशीवविदेशीपर्यटकपहुंचतेहैं।पर्यटनसीजनमेंयहांपरपर्यटकोंकीसंख्याअधिकरहतीहै।राधाअष्टमीकोमणिमहेशनहौणकेसाथहीयहांपरभीपवित्रस्नानहोताहै।ऐसीमान्यताहैयहडलझीलमणिमहेशकेपानीसेहीबनीहैवहांकाहीस्त्रोतयहांआकरफूटाहैजिससेझीलबनीहै।एकदशकपहलेझीलकेसुंदरीकरणकोलेकरप्रयासकिएगएतोझीलकेबीचोंबीचजेसीबीमशीनचलाईगईताकियहांकीगादहटाईजासके।

लेकिनगादहटातेहटाएकुछऐसाहोगयाकिपहलेतोझीलकेबीचमेंफूटनेवालेपानीकेफब्बारेहीबंदहोगएउसकेबादजबझीलमेंपानीलौटातोरिसावशुरूहोगया।रिसाबभीइतनाकिरूकनेकानामहीनहींलेरहाहै।जिलाप्रशासनवप्रदेशसरकारकेनुमाइंदेसमयसमयपरइसकेलिएबजटकाप्रावधानकरकेतकनीककाइस्तेमाललेतेरहेहैं,लेकिनप्रशासनवसरकारकेप्रयासअसफलरहेहैं।जबसेडलझीलसेछेड़छाड़हुईहैतबसेरिसावनहींरुकरहाहै।पहलेजलधाराएंफूटतीरहतीथीऔरपानीअधिकपानीनालेमेंप्रवाहितहोजाताथा।

लेकिनअबऐसानहींहोरहाहै।जलशक्तिविभागनेइसकेलिएमंडीसेतकनीकीविशेषत्रोंवभूगर्भशास्त्रियोंकाभीसहयोगलिया।लेकिनबातनहींबनी।इसकेलिएपर्याप्तबजटभीउपलब्धहै,लेकिनअभीतकरिसावकोरोकनेमेंअसफलरहेहैं।बीचमेंकुछअध्ययनभीअलगअलगसरकारीएजेंसियोंनेकिएहैं।अबस्थानीयविधायकविशालनेहरिया,एनआइटीकेविशेषयोंकीरिपोर्टमुताबिकडीपीआरवबजटकाप्रावधानकरनेकीबातकहरहेहैं।