Navratri2019MeaningofNavDurga:दुर्गाशक्तिकीप्रतीकहैं,जोसभीप्रकारकीबुरीशक्तियोंऔरबुरेविचारोंसेहमारीरक्षाकरतीहैं।दुर्गाशक्तिकीउपस्थितिमेंनकारात्मकविचारऔरताकतकेअस्तित्वमिटजातेहैं।देवीकोएकशेरयाबाघपरसवारदिखायाजाताहै।यहसंकेतहैसाहसऔरवीरताका,जोदुर्गाशक्तिकामूलतत्वहै।नवदुर्गायानीदुर्गाशक्तिकेनौरूप।जबआपजीवनमेंबाधाओंयाबौद्धिकअवरोधोंकासामनाकरतेहैं,तोदेवीकेनौरूपकीविशेषताओंकेस्मरणमात्रसेसहायताप्राप्तहोतीहै।यहविशेषरूपसेउनलोगोंकेलिएअधिकमददगारहै,जोअपनीक्षमताओंपरसंदेहकरतेहैंयाफिरहमेशाचिंताग्रस्तरहतेहैं।ऐसेलोग,जोईष्र्या-द्वेषजैसेनकारात्मकभावोंसेभरेरहतेहैं।
1.शक्तिकाप्रवाहहैंशैलपुत्री
देवीकेनामोंकेउच्चारणसेहमारीचेतनाजाग्रतहोतीहैऔरमनकेंद्रितहोकरनिर्भयऔरशांतहोताहै।शक्तिकाप्रवाह(शैलपुत्री)नवदुर्गामेंपहलीदेवीहैंशैलपुत्री।शैलयानीपत्थर।इसरूपकीआराधनासेमनपत्थरकेसमानमजबूतहोताहै।इससेप्रतिबद्धताआतीहै।जबभीआपकामनअस्थिरहोताहै,शैलपुत्रीउसेकेंद्रितऔरप्रतिबद्धकरनेमेंसहायताकरतीहैं।शैलशिखरकोभीकहाजाताहै।शैलपुत्रीपर्वतशिखरकीबेटीहैं।
श्रीश्रीरविशंकरकेअनुसार,जबआपकिसीभीअनुभवयागहनअनुभूतिकेशिखरपरपहुंचजातेहैं,तोआपकोएकदिव्यचेतनाकीअनुभूतिहोतीहै।जबतकयहशिखरतकनहींपहुंचतीआपइसेसमझनहींपाते,क्योंकिइसकाजन्मउसशिखरसेहीहोताहै।जबआपगहनअनुभूतिमेंहोतेहैं,तबशक्तिकेप्रवाहकोअनुभवकरसकतेहैं।उसीसमयआपपाएंगेकिआपउसभावसेबाहरनिकलरहेहैं।यहीशैलपुत्रीकाअदृष्टअभिप्रायहै।
2.ब्रह्मचारिणी:जानेंविस्तृतप्रकृतिको
ब्रह्मचर्यसेशक्तिआतीहै।ब्रह्मकाअर्थहै-अनंतऔरचर्यकाअर्थहैचलना।यहांब्रह्मचर्यकाअर्थहुआअनंतमेंचलना।स्वयंकोमात्रशरीरनहींमाननाचाहिए।हमअपनीविस्तृतप्रकृतिकोजानेंऔरस्वयंकोएकप्रकाशपुंजमानें।संसारमेंआपकुछइसतरहचलेंजैसेकिआपहीब्रह्मांडहों।आपजितनाखुशहोंगेआपकोअपनीकायाकाउतनाहीकमएहसासहोगा।जितनाआपअनंतचेतनामेंहोंगे,उतनीहीकमचिंताऔरअपनीभौतिककायाकेभारकाअनुभवकरेंगे।यहीहैब्रह्मचर्यकामर्म।
देवीकीविशेषताओंकाआह्वानकरनेकेलिएहमारीचेतनाअनंतमेंविस्तारपातीहैऔरअनंतमेंविचरणकरनेलगतीहै।यहीहैहमारीवास्तविकप्रकृति।उसस्थितिमेंआपबहुतजोशऔरसाहसमहसूसकरेंगे।शक्तिकेविशुद्धरूपकोदर्शातेहुएदेवीकोकुमारीकेरूपमेंदिखायागयाहै,जोस्वतंत्रवनवीनहैऔरजोकिसीकेनियंत्रणमेंनहींहै।
3.चंद्रघंटा:विचारोंऔरध्वनियोंकीसमग्रता
नवरात्रिकेतीसरेदिनदेवीचंद्रघंटाकीआराधनाकीजातीहै।यहदेवीघंटेकेआकारकाचंद्रमाधारणकरतीहैं।चंद्रमाकासंबंधबुद्धिसेहैऔरघंटासतर्कताकाप्रतीकहै।घंटेकीध्वनिदिमागकोवास्तविकतामेंलेआतीहै।ध्वनिसेनि:शब्दता,नि:शब्दतासेध्वनिऔरफिरध्वनिसेनि:शब्दताकीध्वनिजबमस्तिष्कतकआतीहै,तबअंतत:वहविलीनहोजातीहैऔरनि:स्तब्धहोजातीहै।जिसप्रकारचंद्रमाघटता-बढ़ताहै,उसीप्रकारमस्तिष्कभीअस्थिररहताहै।चेतनासंघटितहोनेसेमस्तिष्कएकस्थानपरकेंद्रितहोजाताहैऔरइससेऊर्जामेंवृद्धिहोतीहै।मस्तिष्कसतर्कताकेसाथहमारेनियंत्रणमेंहोताहै।जबसतर्कताकीगुणवत्ताऔरदृढ़ताकीवृद्धिहोतीहै,तोमस्तिष्कआभूषणकेसमानहोजाताहै।
मस्तिष्कदिव्यमांकास्वरूपऔरउनकीअभिव्यक्तिभीहै।वहयदिशांतिऔरसंवेदनामेंउपस्थितहै,तोदुख,कष्ट,भूखआदिमेंभीउसकासाथबनारहेगा।इसकासारयहीहैकिचाहेसुखमिलेयादुख,हमेंहरपरिस्थितिकोसमानरूपसेदेखनाचाहिए।समग्रताकेसाथसभीविचारों,भावनाओंऔरध्वनियोंकोएकनादमेंसमाहितकरें,जैसेघंटेकीध्वनिहोतीहै।यहीचंद्रघंटाकाअभिप्रायहै।
ShardiyaNavratri2019Dates:इसतारीखसेशुरूहोरहीनवरात्रि,जानेंकबहैकलशस्थापना,दुर्गाअष्टमीऔरदशहरा
4.कुष्मांडा:ब्रह्मांडकीसृजनात्मकशक्तिकीप्रतीक
कुष्मांडाअर्थातकुम्हड़ाअर्थातसीताफल,जोशक्तिसेभरपूरसब्जीहै।एकसीताफलमेंअनेकबीजहोतेहैं,जिनसेऔरभीकईसीताफलउत्पन्नहोसकतेहैं।यहब्रह्मांडकीसृजनात्मकशक्तिऔरशाश्वतप्रकृतिकाप्रतीकहै।कुष्मांडाकेरूपमेंदेवीकेभीतरसमस्तसृजनसमायाहुआहै।यहहमेंउच्चतमप्राणप्रदानकरतीहैं,जोवृत्तकेसमानपूर्णहै।
प्रकटऔरअप्रकटदोनोंहीएकबहुतबड़ीगेंदयासीताफलकेसमानहैं,जोबतातेहैंकिआपकेपासयहांसभीप्रकारकीविभिन्नताएंहैं।सूक्ष्मतमसेविशालतक।कुष्मांडामेंकुयानीछोटाऔरष्यानीऊर्जा।यहब्रह्मांडऊर्जासेव्याप्तहैसूक्ष्मतमसेविशालतक।एकछोटा-साबीजपूराफलबनजाताहैऔरफिरफलबीजमेंबदलजाताहै।हमारेभीतरकीशक्तिकीएकविशेषताहै।यहसूक्ष्मसेसूक्ष्मतमऔरविशालसेविशालतमहोजातीहै।दिव्यमांहमारेभीतरप्राणरूपमेंहैं।हमेंसृष्टितथाअपनेजीवनमेंबहुलताऔरपूर्णताकाअनुभवकरनाचाहिए।
5.स्कंदमाता:ज्ञानऔरक्रियाशीलताकासाथ
स्कंदयाप्रभुसुब्रमण्यमकीमांस्कंदमाताकहलातीहैं।गोदमेंबालकस्कंदकोलिएमाताकोशेरपरसवारदर्शायाजाताहै।इनकायहरूपसाहसऔरकरुणाकाप्रतीकहै।स्कंदअर्थातकुशल।ज्ञानकीमददसेहीकुशलकार्यकिएजासकतेहैं।श्रीश्रीरविशंकरबतातेहैंकिकईबारहमारेपासज्ञानतोहोताहै,लेकिनउसकाकोईउद्देश्यनहींहोताहै।अपनेकार्यसेअर्जितकिएगएज्ञानकाएकउद्देश्यहोताहै।जबआपमेडिकलकीपढ़ाईकरतेहैं,तोआपउसकाइस्तेमालरोजकरसकतेहैं।जबआपटीवीठीककरनासीखतेहैं,तोआपउसशिक्षाकोतबप्रयोगमेंलातेहैं,जबटीवीखराबहोजाताहै।यहप्रयोगात्मकज्ञानयादक्षताहै।
स्कंदभीहमारेजीवनमेंज्ञानऔरक्रियाशीलताकेएकसाथआनेकेभावकोदर्शाताहै।यदिजीवनमेंकठिनपरिस्थितिआतीहै,तोक्याकरनाचाहिए?समस्याकेसमाधानकेलिएहमेंअपनेज्ञानकाइस्तेमालकरनाचाहिए।जबआपबुद्धिमत्तासेकार्यकरतेहैं,तबस्कंदतत्वप्रकटहोताहै।स्कंदमाताकौशल,करुणाऔरसाहसकीप्रतीकहैं।
6.कात्यायनी:अन्यायऔरअज्ञानताकोमिटानेकासंदेश
देवीमांकायहरूपदेवताओंकेक्रोधसेउत्पन्नहुआ।सृष्टिमेंदिव्यऔरदानवीशक्तियांव्याप्तहैं।इसीतरहक्रोधभीसकारात्मकऔरनकारात्मकहोसकताहै।क्रोधकोअवगुणनमानें।क्रोधकाभीअपनाएकमहत्वपूर्णस्थानहै।अच्छाक्रोधबुद्धिमत्तासेसंबंधितहैऔरबुराक्रोधभावनाओंऔरस्वार्थसे।अच्छाक्रोधव्यापकदृष्टिबोधसेआताहै।यहअन्यायऔरअज्ञानताकोमिटानेकासंदेशदेताहै।अन्यायऔरनकारात्मकताकोमिटानेकेउद्देश्यसेजोक्रोधउत्पन्नहोताहै,वहदेवीकात्यायिनीकाप्रतीकहै।
ShardiyaNavratri2019DurgaAagman:नवरात्रिपरबनरहाशुभसंयोग,हाथीपरसवारहोकरआरहीहैंमाँदुर्गा
7.कालरात्रि:ज्ञानऔरतटस्थताकासंदेश
कालअर्थातसमय।सृष्टिमेंघटितहोनेवालीसभीघटनाओंकासाक्षीहैसमय।रात्रिअर्थातगहनविश्रामयापूर्णविश्राम।तन,मनऔरआत्माकेस्तरपरआराम।बिनाविश्रामपाएआपदीप्तिमानकैसेहोंगे?कालरात्रिगहनतमविश्रामकेउसस्तरकाप्रतीकहै,जिससेआपजोशपासकें।येदेवीआपकोज्ञानऔरतटस्थताप्रदानकरतीहैं।
8.महागौरी:परमानंदऔरमोक्षप्रदाता
देवीकेइसरूपमेंज्ञान,गमन,प्राप्तिऔरमोक्षकासंदेशछिपाहै।महागौरीहमेंविवेकप्रदानकरतीहैं,जोजीवनसुधासमानहै।निष्कपटतासेशुद्धताप्रकटहोतीहै।महागौरीप्रतिभाऔरनिष्कपटताकामिश्रणहैं।येपरमानंदऔरमोक्षप्रदानकरतीहैं।
9.मातासिद्धिदात्री:सभीसिद्धियोंकीदाता
मांदुर्गाकेनौवास्वरूपमातासिद्धिदात्रीकाहै।येसभीप्रकारकीसिद्धियोंकोदेनेवालीहैं।इनकीपूजाकरनेसेव्यक्तिकोसभीसिद्धियांप्राप्तहोजातीहैं।इसपूरेसंसारमेंउसकेलिएकुछअप्राप्यनहींहोताहै।उसमेंइसब्रह्मांडपरविजयप्राप्तकरलेनेकीक्षमताआजातीहै।
(प्रस्तुति:भानुमतिदेवी)