रांची,जासं।झारखंडकीराजधानीरांचीसहितपूरेप्रदेशमेंनागपंचमीकात्योहारपूरेहर्षोल्लासकेसाथमनायाजारहाहैं।कोरोनासंक्रमणकेकारणराज्यकेमंदिरोंमेंतालालगाहै।लोगगेटकेबाहरहीपूजाअर्चनाकररहेहैं।रांचीमेंनागपंचमीपरशुक्रवारकोपहाड़ीमंदिरमेंश्रद्धालुओंकीभारीभीड़रही।कोरोनासंक्रमणकोदेखतेहुएमंदिरकाद्वारआमश्रद्धालुओंकेलिएबंदरहा।श्रद्धालुओंनेमंदिरकेमुख्यद्वारकेसमीपहीपूजाअर्चनाकी।नागपंचमीपरढेरोंसपेरेनागनागिनकोलेकरमंदिरपहुंचेथे।किसीनेचढ़ावाचढ़ाया।कईश्रद्धालुओंनेदूधपिलाकरनागदेवकाआशीर्वादलिया।जधानीकेअन्यमंदिरोंमेंभीनागपंचमीपरभगवानमहादेवएवंनागदेवकीविशेषपूजाअर्चनाकीगई।
दोपहर1:30बजेतकरहेगापंचमीतिथि
पंचमीतिथिदोपहर1:30बजेतकरहेगा।पंडितविपिनपांडेयकेअनुसारपंचमीतिथिमेंहीनागदेवकीपूजाफलदायीहोगा।कालसर्पदोषसेमुक्तिकेलिएजातकनागदेवकेसाथमहादेवकालीरुद्राभिषेककरें।महादेवकीपूजासेजहांकालसर्पदोषसेमुक्तिमिलेगीवहीपरिवारमेंभीसुखशांतिबनीरहेगी।
उत्तरप्रदेशवबिहारकेलोगपांरपरिकरूपसेमनारहेत्योहार
झारखंडमेंरहनेवालेउत्तरप्रदेशवबिहारकेलोगअपनेपारंपरिकतरीकेसेनागपंचमीकात्योहारमनारहेहैं।घरोंमेंनागदेवताकीपूजाहोरहीहै।घरोंकेबाहरगोबरसेनागदेववनागमाताकाचित्रउकेरागयाहै।ऐसीमान्यताहैकिनागपंचमीपरपूजाअर्चनासेअकालमौतकाखतराटलजाताहै।घरोंमेंविशेषपकवानबनाएगएहैं।कईजगहोंपरमहिलाएंइसपर्वपरविशेषगुड़ियाबनातीहैं।इसेनदीअथवातालाबमेंप्रवाहितकियाजाताहै।खेलकेमैदानसेआनेवालेबच्चेवयुवापानीमेंउतरकरगुड़ियाकोडंडेसेपीटतेहैं।कोरोनासंक्रमणकोदेखतेहुएपर्वमेंलोगपूरीसावधानीबरतरहेहैं।