मरीजों की सेवा में जुटी सेवा भारती

राजनरूला,अबोहर:जैसानामवैसाकाम,अपनेनामकोचरितार्थकररहीसमाजसेवीसंस्थासेवाभारती।सेवाभारतीसंस्थाकीओरसेसरकारीअस्पतालअबोहरमें30सालसेमरीजोंवउनकेतीमारदारोंकोसुबहकेनाश्तेमेंदलियावदोवक्तकाखानानिश्शुल्कउपलब्धकरवायाजारहाहै।सेवाभारतीकीयहसेवावर्ष1992सेचलरहीहै।इसकारोजाना80से100मरीजफायदाउठातेहैं।कोरोनाकालकेदौरानभीउनकायहसिलसिलाजारीरहा।

सेवाभारतीकेप्रधाननरेशबाघलाववरिष्ठसदस्यसतपालगिल्होत्रानेबतायाकिवर्ष1992सेपहलेसमितिकेतीन-चारसदस्यसरकारीअस्पतालमेंमरीजोंकेलिएदातुनलेकरजायाकरतेथे।इसकेबादवहकुछसमयतबकेएसएमओडा.विनोदपालबस्सीकेपासबैठाकरतेथेवउन्हेंकहाकरतेथेकिअगरकिसीमरीजकोकोईसंभालनेवालानहोयाकिसीमरीजकोकोईजरूरतहो,तोउन्हेंबताएंवसेवाकेलिएतैयारहैं।इसदौरानडा.बस्सीनेबतायाकिअस्पतालमेंदाखिलहोनेवालेमरीजोंकोरातकेसमयभोजनकीपरेशानीआतीहै।डा.बस्सीनेसमितिकोलंगरइत्यादिकाप्रबंधकरनेकीप्रेरणादी।उन्होंनेबैठककरमरीजोंकेलिएभोजनकाइंतजामकरनाशुरूकरदियावतबसेलेकरयहसिलसिलाजारीहै।हरमहीनेआताहैऔसतन20हजाररुपयेखर्च

सतपालगिल्होत्रानेबतायाकिइसकाममेंउनकाहरमहीनेऔसतन20हजाररुपयेखर्चआताहै।खानातैयारकरनेकेलिएअस्पतालकेअंदरहीरसोईबनाईगईहै,जहांताजाखानावदालबनतीहै।इसकेलिएएकदंपतीकोरखागयाहैजोखानातैयारकरतेहैं।उन्होंनेबतायाकिसुबहनाश्तेमेंदलिया,दोपहरकोदालरोटीवरातकोदालरोटीमरीजकेसाथ-साथउनकेतीमारदारोंकोउनकीइच्छाअनुसारदियाजाताहै।इसकेअलावावीरवारकोखिचड़ीवमहीनेमेंएकबारखीरभीदीजातीहै।कभीफलतोकभीबिस्कुटभीदिएजातेहैं।दानीसज्जनकरतेहैंसहयोग

मरीजोंवतीमारदारोंकेखानेपरहोनेवालेखर्चकाइंतजामदानीसज्जनोंकेसहयोगसेहोताहै।संस्थाकेपासकरीब350केकरीबसदस्यहैंजोहरमहीनेइसकामकेलिएदानदेतेहैं।इसकेअलावाभीअनेकदानीसज्जनउन्हेंसहयोगकरनेकेलिएखुदपहुंचजातेहैं।उन्होंनेबतायाकिपैसासहीजगहपरलगेतोदानदेनेवालोंकीकमीनहींहै।खानाबांटनेकेलिएसदस्यरहतेहैंतैयार

सेवाभारतीकेसदस्यजिनमेंअधिकतरसीनियरसिटीजनवसेवानिवृतकर्मीहैं,खानाबांटनेकेलिएतैयाररहतेहैं।इनमेंसंस्थाकेपूर्वप्रधानसतपालगिल्होत्रा,चंद्रगोयलवअन्यदर्जनभरसदस्यहैजोसुबहशामआकरखानामरीजोंकोबांटतेहैं।इसकेअलावाभीकभीकभीअन्यसदस्यइसकाममेंहाथबंटानेपहुंचजातेहै।सेवाभारतीद्वाराअस्पतालमेंएकलाइब्रेरीकीस्थापनाभीकीगईहैजहांरोजानाअखबारवकिताबेंपढ़नेकोमिलतीहैं।इसकेअलावाएकपानीकावाटरकूलरभीअस्पतालमेंलगवायागयाहै।