जागरणसंवाददाता,पिथौरागढ़:सीइएकेविरोधमेंजिलेकेनिजीचिकित्सालयबंदहोनेसेरोगियोंकीपरेशानियांबढ़गईहैं।वहींजिलाचिकित्सालयमेंदबावबढ़गयाहै।जिलाचिकित्सालयमेंओपीडीरोगियोंकीसंख्याबढ़चुकीहै।बीतेसप्ताहतकखालीनजरआरहेजिलाअस्पतालकेबैडरोगियोंसेभरेपड़ेहैं।वहींओपीडीमेंरोगियोंकीसंख्यादोगुनाबढ़चुकीहै।
जिलेमेंआधेसेअधिकरोगीनिजीचिकित्सालयोंमेंउपचारकरातेहैं।जिलेसहितनेपाल,लोहाघाट,दन्यातककेरोगीउपचारकेलिएपिथौरागढ़आतेहैं।जिसमेंअधिकांशरोगीनिजीचिकित्सालयमेंउपचारकरातेहैं।वहींजिलेमेंप्रतिदिनसर्वाधिकसंख्याघायलोंकीरहतीहै।नगरमेंहड्डीवालेदोनिजीचिकित्सालयहोनेसेजिलाअस्पतालमेंदबावकमरहताहै।दोनोंनिजीचिकित्सालयोंकेसीइएकेविरोधमेंबंदहोनेसेघायलोंकोउपचारकेलिएजिलाअस्पतालजानापड़रहाहै।जहांपरपूर्वसेहीदबावअधिकहोनेसेघायलोंकोतकसमयसेउपचारनहींमिलपारहाहै।
कमोवेशयहीहालबच्चोंकेअस्पतालोंकाहै।नगरमेंबच्चोंकेदोनिजीअस्पतालहैं।दोनोंकेबंदहोनेसेरोगियोंकोजिलाअस्पतालपहुंचनापड़रहाहै।जिलाअस्पतालमेंबालरोगविशेषज्ञएकहीहै।जहांपरकाफीइंतजारकेबादनंबरआरहाहै।हालतयहहैकिदूरदराजसेआएलोगबिनाउपचारकेहीलौटरहेहैं।
जिलाअस्पतालमें120बिस्तरहैं।निजीअस्पतालोंकेबंदहोनेसेसभीबिस्तरभरचुकेहैं।जबकिबीतेदिनोंअधिकांशबिस्तरखालीथे।इधरअबमौसमपरिवर्तनहोनेवालाहै।ऐसेमेंरोगियोंकीसंख्याबढ़नेकेआसारहैं।यदिजल्दीनिजीचिकित्सालयनहींखुलेतोजिलेकेरोगियोंकेसम्मुखविकटसमस्यापैदाहोनेकेआसारहैं।पहलेसेहीचिकित्सासुविधामेंफिसड्डीजिलेमेंजीवनरक्षकदवाओंकामिलनाभीमुश्किलहोजाएगा।