संवादसूत्र,बहादुरगंज(किशनगंज)।सब्जीकीकीमतोंमेंलगातारहोरहीबढ़ोतरीसेआमजनपरेशानहैं।फलस्वरूपलोगोंकेभोजनकीथालीसेधीरे-धीरेहरीसब्जीगायबहोनेलगीहै।नारायणकुमारसिन्हा,दीपककुमार,हबीबुररहमान,नईमअख्तर,प्रमोदकुमारसहितअन्यकईलोगोंकाकहनाहैकिसब्जीकादामइतनाबढ़गयाहैकिआमजनोंकाबजटबिगड़गयाहै।त्योहारकेबादहरीसब्जीकीकीमतकमहोनेकीउम्मीदथीलेकिनअभीऔरमहंगीहीहोतीजारहीहै।
अधिककीमतकेकारणजहांएकदिनमेंछोटासेछोटापरिवारकोकमसेकमएकसौरुपयेकासब्जीलेनेकेबावजूदसहीढंगसेनिर्वाहनहींहोपारहाहै।सब्जियोंकीदरोंमेंहुईबढ़ोतरीसेगरीबवमध्यतबकेकेलोगज्यादापरेशानवचिंतितहैं।लोगजहांपहलेकिलोभरसब्जीखरीदतेथे,वहींआजपावभरसेहीकामचलानेलगेहैं।
बहादुरगंजमेंसब्जीकीकीमत
उधरसब्जीदुकानदारोंकाकहनाहैकिमहंगेदरमेंखरीदारीकरनेकेकारणहीउन्हेंउच्चदरमेंबेचनापड़रहाहै।अभीदुकानदारीकरनेमेंकाफीपरेशानीहोरहीहै।कभी-कभीहरीसब्जीनहींबिकनेपरबासीकेकारणघाटाभीउठानापड़ताहै।सस्तेदरमेंखरीदवबेचकरजितनामुनाफाकमातेथेअभीउच्चदाममेंबेचकरभीउतनामुनाफानहींकमापारहेहैं।