मैनपुरी में दैनिक जागरण के 75 साल

विकासकीदौड़मेंउजड़गईहरियाली:शहरकेविकासकीरफ्तारनेहरियालीकोनिगललिया।पूरेजिलेमेंनईसड़केंबनानेकेसाथहीसड़कोंकाचौड़ीकरणभीकियागया।इसकार्यमेंअंधाधुंधपेड़ोंकाकटानकियागया।लेकिनइसकेएवजमेंपौधरोपणनहींकियागया।पहलेजहांशहरमेंहीचारोओरहरियालीनजरआतीथीवहींअबहरतरफसड़केंऔरइमारतेंनजरआतीहैं।ऐसेमेंमैनपुरीकेवातावरणमेंभीजहरीलीगैसोंकीमात्राबढ़तीजारहीहै।बीतेदशकोंकीअगरबातकरेंतोमैनपुरीकीहवाआसपासकेजिलोंकीतुलनामेंस्वच्छथी।लेकिनअबवाहनोंकाबढ़तादबावभीहवामेंजहरघोलरहाहै।बारिशकेआंकड़ेभीइसबातकीगवाहीदेरहेहैंकिवृक्षोंकाकटानकितनाघातकसाबितहोसकताहै।इसओरभीवनविभागवसरकारकोध्यानदेनाचाहिए।हालांकिवनविभागद्वाराहरवर्षलाखोंकीसंख्यामेंपौधेरोपितकिएजातेहैं।लेकिनदेखभालकेअभावमेंयेपौधेसूखजातेहैं।केवलवनविभागहीनहींअगरहमभीअपनेघरकेआसपासकेपौधोंकी¨सचाईकरतेरहेंतोशायदएकभीपौधनहींसूखेगा।आजहीहमलोगसंकल्पलेंकिअगरहमारेआसपासकोईपौधालगायागयाहैतोहमउसकीदेखभालकरेंगे।

कैप्टनब्रह्मानंदतिवारी,समाजसेवी,मैनपुरी।

पानीकेदोहननेगिरादियाजलस्तर:मैनपुरीनदियोंऔरनहरोंसेघिराहुआहै।एकओरजहांकालीनदीबहतीहैतोबीचमेंईशनकिसानोंकेलिएजीवनदायिनीनदीहै।इसकेचलतेपहलेजिलेमेंभूगर्भजलस्तरकीपर्याप्तउपलब्धताथा।बड़ीआसानीसेलोगपानीकेलिएहैंडंपपलगवालेतेथे।पांचदशकपहलेतकभूगर्भजलस्तरमहज10से12फीटतकथा।लेकिनमोनोब्लॉकपंपऔरसबमर्सिबललगनेकेबादसेशुरूहुआभूगर्भजलकादोहन।इनसंसाधनोंनेपानीकाइतनादोहनकियागयाआजबरनाहलडार्कजोनमेंचलागयाहै।वहींअन्यक्षेत्रोंमेंभीभूगर्भजलस्तर80से100फीटतकपहुंचगयाहै।लेकिनइसओरकोईभीध्याननहींदेरहाहै।अगरजल्दहीइसपरकाबूनहींपायागयातोवोदिनदूरनहींकिजबहमेंआगराकीतरहनदियोंकापानीपीनेकेलिएमजबूरहोनापड़ेगा।अगरआगराकीबातकरेंतोयहांरहनेवालेलोगोंकोखरीदकरपानीपीनापड़रहाहै।जितनाखर्चएकव्यक्तिदूधपरकरताहैउतनाखर्चमहानगरोंमेंरहनेवालेलोगोंकोपानीपरकरनापड़रहाहै।लेकिनसबकुछजाननेकेबादभीहमपानीकोबर्बादकररहेहैं।अगरसमयरहतेहमनहींसुधरेतोआनेवालीपीढि़योंकेलिएपीनेकापानीभीनहींबचेगा।

राजीशयादव,अधिवक्ता,मैनपुरी।

महिलाओंकोनहींमिलसकीउड़ान:शहरकेसाथ-साथबीतेकुछदशकोंमेंलोगोंकाविकासभीतेजीसेहुआ।लेकिनइसरफ्तारमेंजिलेकीमहिलाएंकहींपीछेछूटगईं।लोगोंकीमानसिकताऔरसोचकेचलतेमहिलाओंकोकुछकरदिखानेकामौकानहींमिलसका।जिलेमेंनतोकोईऐसाउद्योगस्थापितहोसका,जिससेमहिलाओंकोरोजगारमिलतायाफिरउन्हेंभीअपनाहुनरदिखानेकामौकामिलता।इसकेचलतेहिलाएंघरकीरसोईतकहीसिमटकररहीगईं।वहींदूसरीओरमहिलाओंकेखिलाफहोनेवालेअपराधोंके

ग्राफमेंभीकोईकमीनहींआई।जोमहिलाओंकीसुरक्षापरसवालखड़ेकरताहै।अबसरकारकोचाहिएकिवहमहिलाओंकोरोजगारउपलब्धकरानेकेलिएउद्यमोंकीस्थापनाकरे।जिससेमहिलाएंअपनेपैरोंपरखड़ीहोसकें।हालांकिजिलेमेंआजकईमहिलास्वयंसहायतासमूहरोजगारकेक्षेत्रमेंबेहतरकररहीहैं।लेकिनइसकेबादभीग्रामीणक्षेत्रोंमेंसैकड़ोंमहिलाएंऐसीहैंजोघरसेबाहरभीनहींनिकलतीहै।नारीसशक्तीकरणकेलिएकेवलमहिलाओंकोसम्मानदेनाहीजरूरीनहींहैबल्किमहिलाओंकेप्रतिअपनीसंकुचितसोचकादायराबढ़ानाहोगा।तभीवास्तवमेंभारतमेंमहिलाओंकोबराबरीकादर्जादियाजासकेगा।

लतापांडेय,प्रधानाचार्य,पैराडाइजपब्लिकस्कूल,मैनपुरी।

सुविधाओंनेबढ़ादीशहरकीसमस्याएं:शहरमेंसुविधाओंनेभीलोगोंकीसमस्याओंकोबढ़ावादियाहै।विकासकेनामपरजहांचौड़ीसड़कें,अंडग्राउंडपानीकीपाइपलाइन,अंडरग्राउंडबिजलीवटेलीफोनकीकेबिलेंडालीगईहैं।इसकेपीछेएककारणसड़कोंसेतारोंवपाइपोंकामकड़जालहटानाथा।लेकिनरोजानायहीसुविधाएंशहरकेलोगोंकेलिएपरेशानीकाकारणबनजातीहैं।अगरकहींअंडरग्राउंडकेबिलमेंफॉल्टहो

जाताहैतोबिजलीविभागकेधिकारीतीन-तीनदिनकाफॉल्टहीढूंढतेरहतेहैं।वहींसीवरलाइनडालनेकेलिएशहरकीसभीगलियोंकीखोदाईकरनाजैसेआमबातहोगईहै।खोदाईकेबादफिरविभागगलियोंकानिर्माणकरानाभूलजाता

है।लकिनयेसभीसुविधाएंआधुनिकीकरणकीश्रेणीमेंआतीहैं।इसलिएअगरहमचाहतेहैंकियेसुविधाएंसमस्याओंकाकारणनबनेंतोइनकीदेखरेखऔर

बेहतरतरीकेसेकरनीहोगी।शहरमेंलगभगसातवर्षपहलेसीवरलाइनडालीगईथी।लेकिनसीवरलाइनकीसहीढंगसेसफाईनहोनेकेचलतेआजजलभरावकीसमस्याभीआमहोचलीहै।बारिशकेदौरानगलियोंमेंजलभरावहोजाताहै।वहींबिजलीविभागकेपासलोकेटरनहोनेकेचलतेअंडरग्राउंडकेबिलोंकेफॉल्टढूंढनाभीमुश्किलहोताहै।इसलिएयेबहुतजरूरीहैकिसुविधाओंमेंइजाफाकरनेसेपहलेउनकीदेखरेखकीभीव्यवस्थाकरनीचाहिए।

सुनीलशाक्य,प्रबंधक,एससीएमडीइंटरकॉलेज,मैनपुरी।