जागरणसंवाददाता,नारनौल:
कोरोनाकेसाथभीषणगर्मीनेलोगोंकीपरेशानीबढ़ादीहै।दिनमेंहीनहींरातकोभीगर्मीकेतेवरकमनहींहोरहेहैं।स्वास्थ्यविशेषज्ञोंनेऐसेमेंकोरोनासंक्रमणकेसाथगर्मीसेबचावकेलिएअतिरिक्तसावधानीबरतनेकीसलाहदीहै।मंगलवारकोजिलाकातापमान45डिग्रीसेल्सियसपारपहुंचगयाहै।वहींन्यूनतमतापमानभी31डिग्रीसेल्सियसपरचलागयाहै।इससेलोगोंकादिनकेसाथरातकाचैनभीछिनगयाहैक्योंकिभीषणगर्मीकेकारणएसीवकूलरकीहवामेंठंडकगायबहोगईहै।लूकेथपेड़ोंनेलोगोंकाघरसेबाहरनिकलनामुश्किलकरदियाहै।गर्मीबढ़नेकेसाथहीटस्ट्रोककेसंभावित,खांसी,जुकाम,बुखारआदिकेमरीजोंकीसंख्याभीबढ़नेलगीहै।सरकारीहीनहींनिजीअस्पतालोंमेंभीपहुंचरहेगर्मीसेबचावकेलिएउपचारकरानेलोग।मौसमविभागकेअनुसारअभीकुछदिनऔरमौसमसेराहतमिलनेकीसंभावनानहींहै।ऐसेमेंभीषणगर्मीसेबचावकेलिएजिलाप्रशासननेभीएडवाइजरीजारीकीहै।ऐसेमेंआनेवालेदिनोंमेंगर्मीअपनीऔरतेवरदिखाएगी।
गर्मीसेअस्पतालमेंबढ़नेलगीमरीजोंकीसंख्या:
भीषणगर्मीकेचलतेनागरिकअस्पतालमेंभीमरीजोंकीसंख्याबढ़नेलगीहै।हालांकिकोरोनावायरसकेचलतेपहलेकेमुकाबलेकमहीमरीजआरहेहैं।एकपखवाड़ेसेगर्मीकेकारणबीमारहोनेवालेलोगोंकीसंख्यामेंइजाफाहोनेलगाहै।इनमेंखांसी,जुकाम,बुखार,रक्तचाप,पेटदर्दआदिकीशिकायतलेकरमरीजचिकित्सकोंकेपासपहुंचरहेहैं।वर्तमानमेंप्रतिदिन70से80मरीजफ्लूवार्डतथा200केकरीबअन्यबीमारियोंकीजांचकेलिएनागरिकअस्पतालपहुंचरहेहैं।लॉकडाउनसेपूर्वनागरिकअस्पतालमें1000से1200केकरीबप्रतिदिनकीओपीडीहोतीथी।इसप्रकारसभीप्रकारवर्तमानमेंप्रतिदिन200-300कीओपीडीहोरहीहै।पिछलेएकपखवाड़ेसेयहसंख्याबढ़रहीहै।इसीप्रकारकीस्थितिविभिन्ननिजीअस्पतालोंमेंभीहै।
भीषणगर्मीकेचलतेजारीकीएडवाइजरी:
भीषणगर्मीकोदेखतेहुएजिलाप्रशासननेभीइससेबचावकेलिएएडवाइजरीजारीकीहै।जबकिचिकित्सकभीभीषणगर्मीमेंसावधानीबरतनेकीसलाहदेरहेहैं।नागरिकअस्पतालकेडॉ.धर्मेंद्रकाकहनाहैकिगर्मीमेंअधिकसेअधिकपानी,नींबूपानीतथाघरसेबाहरनिकलतेसमयसिरवमुंहकोतौलियेयाअन्यकपड़ेसेढकना,ठंडेपेयपदार्थोंसेबचना,अधिकसमयतकतेजधूपनरहनाआदिसावधानीबरतकरहमअपनेआपकोभीषणगर्मीसेबचासकतेहैं।
डॉ.विकाससुंठवालकाकहनाहैकिभीषणगर्मीमेंलोगोंकोएहतियातबरतनीचाहिए।ज्यादागैसबनानेवालेखाद्यपदार्थोकेसेवनसेबचनाचाहिए।गर्मीकेकारणशरीरसेज्यादापसीनानिकलनेसेडिहाइड्रेशनकीदिक्कतआतीहै।इसलिएकईबारज्यादामेहनतकरनेवालेलोगबेहोशहोजातेहैं।लोगोंकोनमक-पानी,ओआरएसकाघोल,नारियलकापानीआदिकासेवनकरतेरहनाचाहिए।