लंका दहन के बाद हुआ जयश्री राम का उद्घोष

जागरणसंवाददाता,सुजानगंज(जौनपुर):क्षेत्रकेमोहरियावग्रामसभामेंआदर्शरामलीलाधर्ममंडलसमितिकेतत्वावधनमेंबुधवारकीरातरामलीलाकेचौथेदिनमंचनमेंसमुद्रकेकिनारेजामवंत,अंगदवहनुमानजीवानरसेनाकेसाथखड़ेशोकमग्नहोजातेहैं।तबजामवंतजीहनुमानकेबाल्यावस्थाकीताकतकोयादकरातेहैं।इसकेबादहनुमानजीजयश्रीरामकाउद्घोषकरसमुद्रकोपारकरतेहुएलंकापहुंचतेहैं।

जहांलंकिनीऔरविभीषणसेमुलाकातहोनेपरपताचलताहैकिमातासीताअशोकवाटिकामेंहैं।जहांरावणकेपहरेदारलगेहैं।जहांरावणपहुंचकरमातासीताकोभयभीतकरचलाजाताहैतोहनुमानजीवृक्षसेरामनामअंकितमुद्रिकामांसीताकेपासगिरातेहैं।मुद्रिकादेखसीतापूछतीहैंकिकौनहैंआप,सामनेक्योंनहींआते।इसपरहनुमानजीसामनेआतेहैंऔरमातासीतासेआज्ञालेकरअपनीभूखमिटानेकोअशोकवाटिकामेंजातेहैंऔरकंद-मूलखातेहुएपेड़-पौधोंकोउखाड़नेलगतेहैं।यहसूचनारावणकेदरबारमेंपहुंचतीहैतोरावणअपनेपुत्रअक्षयकुमारकोहनुमानजीकोपकड़नेकेलिएभेजताहैजोमाराजाताहै।इसकेबादमेघनाथपहुंचकरहनुमानजीकोबंदीबनाकरदरबारमेंलाताहैऔरपूंछमेंआगलगादीजातीहै।इसकेबादहनुमानजीपूरीलंकामेंआगलगादेतेहैं।यहदेखदर्शकजयश्रीरामकाउद्घोषकरनेलगतेहैं।