लड़के पहुंचाएंगे ‘नहीं मींस नो’ का संदेश, दिल्ली से रेप कैपिटल का धब्बा हटाने का प्रयास

नईदिल्ली(अंशुसिंह)।कैसेहटाएंदिल्लीसे‘रेपकैपिटल’काधब्बा?कैसेकरेंलड़कोंकोजागरूकऔरउन्हेंबनाएंसंवेदनशील?कुछगलतहोरहाहोयाकोईगलतकररहाहो,तोकैसेसिखाएं‘नहीं’कहना?नोएडामें‘नहींमींसनो'अभियानकेतहतआयोजितवर्कशॉपमेंस्टूडेंट्सकोयौनहिंसा,दुष्कर्म,सुरक्षाऔरनारीसशक्तिकरणकेबारेमेंजागरूककियागया।इसदौरान,दीनदयालउपाध्यायग्रामीणकौशल्ययोजनाकेस्टूडेंसनेजन-जनतक‘नहींमींसनो’कासंदेशपहुंचानेकीशपथली।

दिल्लीपुलिसकीएकरिपोर्टकेअनुसार,देशकीराजधानीदिल्लीमेंहरदिनपांचमहिलाएंदुष्कर्मकीशिकारहोतीहैं।रेपकेदर्जमामलोंसेयहभीपताचलताहैकिकरीब90प्रतिशतसेअधिकघटनाओंमेंआरोपितकोईपरिचितहीहोताहै।इतनाहीनहीं,बहुतकमलड़कियांहीअपनीआपबीतीसुनानेकीहिम्मतरखतीहैं।वेगलतकोभीखामोशीसेस्वीकारकरलेतीहैं।गलतहोनेकेबावजूद‘ना’नहींकहपातीहैं।

इसीकोदेखतेहुएभारतकीशीर्षलॉजिस्टिकस्किलिंगकंपनी'सेफएजुकेट'ने‘नहींमींसनो'अभियानकोसमर्थनदेतेहुए,देशभरमेंस्थितअपनेलर्निंगसेंटरके50हजारस्टूडेंट्सकोजागरूककरनेकानिर्णयलियाहै।इसकीशुरुआतनोएडासेंटरसेहुई।'सेफएजुकेट'कीसंस्थापकदिव्याजैननेबतायाकिछोटेशहरोंएवंगांवोंसेकाफीसंख्यामेंयुवादिल्ली,मुंबईयाअन्यमेट्रोसिटीजमेंकामकेलिएआतेहैं।लेकिनयहांकीचकाचौंधमेंअक्सरखुदकोअलग-थलगमहसूसकरनेलगतेहैंऔरकईबारगलतरास्तेपरभटकजातेहैं।इसकेलिएउन्हेंसेंसेटाइजकियाजानाचाहिए।

आवाजउठानेकालियासंकल्प

कार्यशालामेंवेयरहाउसऑपरेटिंगकोर्सकेछात्रोंमेंकाफीउत्साहनजरआया।उन्होंनेशपथलीकिवेअपनेआसपासहोनेवालेगलतकार्योंयागतिविधियोंपरखामोशनहींरहेंगे,बल्किउसकेखिलाफआवाजउठाएंगे।इतनाहीनहीं,गोरखपुर,इलाहाबादऔरआसपासकेक्षेत्रोंसेआनेवालेग्रामीणयुवाओंनेकहाकिवेइसमुद्देपरसमाजकोसंवेदनशीलबनानेकापूराप्रयासकरेंगे।उन्हेंबताएंगेकि'नहीं'कहनेकाकितनामहत्वहै?पर्सनलस्पेसक्याहोतीहै?अगरकुछगलतहो,तोकैसेआवाजउठाएंआदि?

गलतहरकतकरनेपरपूरेपरिवारकीजिंदगीप्रभावितहोतीहै

कार्यशालामेंस्टूडेंट्सको'मिशनफाइटबैक'केविक्कीकपूरकीओरसेइजरायलीक्रावमेगासेल्फडिफेंसतकनीकभीसिखाईगई,ताकिस्टूडेंट्सखुदकोभीसुरक्षितरखसकें।इसमौकेपर‘नहींमींसनो'अभियानकीसंगीताबोसटैगोरआनंदनेस्टूडेंट्सकोकिसीकेशरीरपरअधिकार(नहींकहनेकाअधिकार),सोशलकंडीशनिंग(सामाजिकअनुकूलन),उत्पीड़नकेप्रकार,छेड़छाड़,साइबरउत्पीड़नकेअलावापर्सनलस्पेस,नहींकीताकत,कानूनतोड़नेपरसंभावितसजाजैसेविषयोंकीजानकारीदी।उन्हेंबतायाकिकैसेगलतहरकतकरनेपरउनकेपरिवारकेसाथखुदकीजिंदगीप्रभावितहोसकतीहै।

दिव्याबनींअभियानकीरोलमॉडल

‘नहींमींसनो'अभियानकेआयोजकोंनेसामाजिकउद्यमीएवं'सेफएजुकेट'कीसंस्थापकदिव्याजैनकोरोलमॉडलकेतौरपरचुनाहै।वहनसिर्फभारतीययुवाओंकोहुनरमंदबनानेऔरउनकीरोजगारपरकताकोबढ़ानेमेंमददकररहीहैं,बल्किस्टूडेंट्सकेजरियेसामाजिकरूपसेजागरूकसमूहबनानेकेमिशनमेंभीशामिलहैं।दिव्यानेबतायाकिजिसतरह‘नहींमींसनो'अभियानएकविचारधाराकेरूपमेंसामनेआयाहै।वहनिश्चितरूपसेसभीकीमानसिकताकोबदलनेकेलिएप्रेरितकरेगा।स्कूलों,शैक्षिकसंस्थाओंकेअलावाऑनलाइनचलाएजारहेइसअभियानमेंक्रैजीमीबीस्पोकस्टेशनरीकीसंस्थापकसुनंदालाहिरीकश्यप,फिक्कीवायएफएलओकीचेयरपर्सन(दिल्ली,2017-18)रहींआंचलसेठी,इमोशनलएम्पावररकीआफशीनमुल्लाकंवर,सोशलमीडियाएंटरप्रेन्योरमम्मीए-जेडकीपियादेसाईपसरीचाऔरयूथवेलनेसएडवोकेटसंगीताबोसटैगोरआनंदसक्रियभागीदारहैं।