महराजगंज:पुस्तकोंसेसिर्फअक्षरज्ञानहीनहींहोताहैअपितुवहबेहतरमार्गचुननेकारास्ताभीबतातीहैं।इसीउद्देश्यकेतहतमहराजगंजजिलामुख्यालयपरराजकीयपुस्तकालयकीस्थापनाहुईथीपरअभीतकवहअपनेवास्तविकस्वरूपमेंनहींआसकाहै।
देखरेखऔरजागरूकताकेअभावमेंपुस्तकालयजहांआजतकगुलजारनहींहोसका,वहींभवननिर्माणमेंकीगईअनियमितताकाआलमयहहैकिबारिशहोनेपरटपकतीछतसेपुस्तकोंकोबचानामुश्किलहोजाताहै।जिलाविद्यालयनिरीक्षककार्यालयकेसमीपमार्च2012मेंराजकीयपुस्तकालयकीस्थापनाइसउद्देश्यकेसाथकराईगईथीकिपुस्तकालयमेंआजीवनसदस्यबनकरप्रतियोगीपरीक्षाओंसमेतअन्यपुस्तकोंकाअध्ययनकरलाभलेंगे।स्थापनाकेबादराजकीयजिलापुस्तकालयमेंप्रतियोगीपरीक्षाओंसमेतसाहित्यवअन्यक्षेत्रोंसेजुड़ीपुस्तकेंभीउपलब्धकराईगई।आश्चर्यजनकबातयहहैकिनौसालमेंपुस्तकालयमेंमहज80लोगआजीवनसदस्यबनाएगएहैं।यहइसबातकापरिचायकहैकिलोगोंमेंकिताबोंकोलेकररुचिअत्यंतकमहै।आजीवनसदस्यकेनियमितनपहुंचनेसेकिताबेंजसकीतसरखीहुईहैं।यदिजिम्मेदारोंनेसंख्याकोबढ़ानेकीदिशामेंध्याननहींदियातथाबदहालीकोदूरकरनेकेलिएकदमनहींउठायातोइसकाअस्तित्वसमाप्तहोजाएगा।बेकारपड़ीहैक्यूसेकमशीनपुस्तकालयमेंइंटरनेटआदिकेलिएलगाईगईक्यूसेकमशीनलंबेसमयसेखराबहै।इसकोलगानेकेपीछेयहउद्देश्यथाकिआनेवालेबच्चेवसदस्यउसकेमाध्यमसेशासकीययोजनाओंवअपनेहितोंकेदृष्टिगतजानकारीप्राप्तकरसकेंगे।लेकिनमशीनकेखराबरहनेकीवजहसेपाठकोंकोइसकालाभनहींमिलपारहाहै।
पुष्पेंद्र,चौपरियापुस्तकालयमेंनहींआताअखबारपुस्तकालयमेंकरीबदोसालसेअखबारभीनहींआरहाहै।जिसकीवजहसेयहांआनेवालेलोगोंकोकिताबोंकेसाथसमसामयिकघटनाओंकीजानकारीनहींहोपारहीहै।पुस्तकालयमेंपुरानेअखबारोंकासंग्रहहोनाजरूरीहोताहै।
प्रदीपवर्मा,महराजगंजचतुर्थश्रेणीकेकर्मचारीकरतेहैंपुस्तकालयकासंचालन
:जिलाविद्यालयनिरीक्षककेबाबूऔरप्रभारीपुस्तकालयाध्यक्षरमेशकुमारनेबतायाकिपुस्तकालयमेंपुस्तकोंकीरेंजमेंबढ़ोत्तरी,प्रत्येकमाहनएकिताबोंकीउपलब्धताएवंभवनकीसमस्याकोलेकरकईबारउच्चाधिकारियोंकोपत्रलिखाजाचुकाहै।लाइब्रेरियनकीनियुक्तिनहोनेकेकारणराजकीयविद्यालयकेदोचतुर्थश्रेणीकेकर्मचारियोंकीड्यूटीलगाईगईहै।जोपुस्तकालयसंचालनकाकामकरतेहैं।कर्मियोंऔरभवनकीसमस्याहै,स्थाईकर्मचारीनहोनेकेकारणचतुर्थश्रेणीकेकर्मचारियोंसेसंचालनकाकामचलरहाहै।शेषभवनमरम्मतकेलिएउच्चाधिकारियोंकोपत्रभेजागयाहै।
अशोककुमारसिंह,जिलाविद्यालयनिरीक्षक