तोरपा:महात्मागांधीकहतेथेकिवास्तविकभारतकादर्शनगांवोंमेंहीसंभवहै,जहांभारतकीआत्माबसतीहै।महात्मागांधीकायहकथनवैश्विकमहामारीकोरोनाकीइसघड़ीमेंभीसचहोरहाहै।येउसदेशकासचहै,जिसेगांवोंकादेशकहाजाताहैऔरजिसदेशकी65प्रतिशतआबादीआजभीगांवोंमेंरहतीहै।पर,देशकीमीडियाकेपासइतनीफुर्सतनहींहैकिवहगांवमेंजाकरयेदेखसकेकिगांवकेलोगइसमहामारीऔरलॉकडाउनकासामनाकैसेकररहेहैं।आपतकभीदिनभरदिल्ली,मुंबईऔरइंदौरजैसेबड़े-बड़ेशहरोंकीखबरेंपहुंचतीहैं,लेकिनदेशकेगांवमेंक्याहोरहाहै,येआपकोकोईनहींबतारहा।गांवकेलोगइसलॉकडाउनऔरशारीरिकदूरीकापालनकैसेकररहेहैं।बीते21दिनोंकेलॉकडाउनकाबहुतहीसम्मानकेसाथरायशिमलागांवकेग्रामीणमिशालकायमकियाहै।जोलोगगांवोंकोहीन²ष्टिसेदेखतेहैं।उन्हेंतोरपाकेरायशिमलागांवकीइनतस्वीरोंकोजरूरदेखनाचाहिएजोकोरोनाकेखिलाफजंगमेंएकआदर्शगांवकीसारीशर्तेंईमानदारीकेसाथपूरीकररहाहै।
गांवमेंआने-जानेकेकेरास्तोंकोबाहरीलोगोंकेलिएपूरीतरहबंदकरदियागयाहै।गांवकेलोगअगरजरूरीकामनिपटाकरलौटतेहैंतोगांवमेंप्रवेशसेपहलेहीउनकेलिएहाथधोनेकाइंतजामकियागयाहैऔरइसगांवमेंसैनिटाइजरभीपर्याप्तमात्रामेंउपलब्धहै।गांवकेबाहरसेसामानखरीदनाबंदकरदियागयाहैऔरजोचीजेंगांवमेंमौजूदहैं,उन्हींकासंभालकरइस्तेमालकियाजारहाहै।गांवमेंशारीरिकदूरीकापूरीतरहपालनकियाजारहाहै।लोगसंकल्पऔरसंयमकेसाथअपनेघरोंमेंहैं।बुजुर्गअपने-अपनेघरोंकीदहलीजपरपहरेदारीकररहेहैं,ताकिबच्चेघरसेबाहरनानिकलसकें।गांवकेबुजुर्गरामचंद्रराय,रंजीतनाथराय,धर्मजीतराय,हेमंतरायवसत्यनारायणरायलोगोंकोहरदिनसमझातेहैंकिघरकीदहलीजलांघनामतलबकुछअनहोनीहोना।इसगांवसेपूरेदेशकोशिक्षालेनेकीजरूरतहै।गांवकेलोगकहरहेहैंकिदोरोटीकमखाएंगे,लेकिनकोरोनाकोभगाएंगे।
यहांकेग्रामीणपूरीतरहसेजागरूकहैं।शारीरिकदूरीकापूरीतरहसेपालनकररहेहैं।राहतसामग्रीवितरणकेदौरानदेखागयाथाकिगांवकेलोगशारीरिकदूरीकासचमुचपालनकररहेहैं।यहआदर्शगांवहै।
जोनिकागुड़िया,जिपअध्यक्षखूंटी।
ग्रामीणोंकायहप्रयाससराहनीयहै।अन्यगांवोंकेलोगोंकोभीइनसेप्रेरणालेनीचाहिए।कोरोनासेजंगमेंयेलोगपूरीतरहसेसजगहैं।लॉकडाउनकाभीअच्छेसेपालनकररहेहैं।
विजयकुमार,बीडीओतोरपा।