कनाडा में देखकर आए घरों के बाहर लगे दो पेड़, इन्‍होंने पानीपत में वैसा ही इंतजाम कर दिया

पानीपत,जेएनएन।सुखदेवनगरमेंरहतेहैं87वर्षीयएडवोकेटरघुवीरसैनी।उन्होंनेअपनेघरकेसाथपूरेमुहल्लेकोहरा-भराबनादियाहै।घरमेंपौधेलगाते,दूसरोंकोभीप्रेरितकरते।इनकेघरकेअंदरआएंगेतोआपकोऑक्सीजनदेनेवालेभरपूरपौधेदिखेंगे।कहतेभीहैं,उन्होंनेउन्हींपौधोंकोलगाया,जोऑक्सीजनज्यादाछोड़तेहैं।

एकखासबातऔरसुखदेवनगरमेंनजरआएगी।मकाननंबर108कीजिसलाइनमेंवहरहतेहैं,उसलाइनमेंआपकोहरघरकेआगेदोपेड़दिखेंगे।रघुवीरसैनीनेजागरणकोबतायाकिवहअपनीबेटीकेपासटोरंटोगएथे।वहांदेखाकिहरघरकेआगेदोपेड़लगेथे।एकदायींतरफ,दूसराबायींतरफ।कंटीलीतारपरपहलेरबरलगीथी,ताकिपेड़कोकोईनुकसाननपहुंचे।उन्होंनेवहींसेप्रेरणाली।घरमेंतोसभीपौधेलगातेहीहैं,घरकेबाहरगेटकेपासइसतरहपौधेलगानेकीठानली।अपनेआसपासपड़ोसइसतरहपौधेलगाए।अबवहीपौधेपेड़बनचुकेहैं।

घरकेआंगन,गैलरीऔरछतपरपौधेहीपौधे

रघुवीरसैनीकेघरकेआंगनसेलेकरगैलरीऔरछतपरपौधेहीपौधेदिखजाएंगे।इनपौधोंमेंमनीप्लांट,स्पाइडरप्लांट,स्नेकऔरएरिकाजैसेप्रजातिकेपौधेदिखेंगे।दरअसल,येपौधेऑक्सीजनअधिकछोड़तेहैं।पानीभीइनमेंकमलगताहै।सुबहऔरशामकोपौधेंकेसाथबितातेहैं।इनकेसाथबातभीकरतेहैं।कहतेहैंकिपौधोंसेबातकरेंगेतोयेमुरझाएंगेनहीं।

पानीपतकेपहलेयोगशिक्षक

रघुवीरसैनीपानीपतकेपहलेऐसेयोगशिक्षकहैं,जोहरिद्वारसेट्रेनिंगलेकरलौटे।तबसेयोगकोहीअपनाजीवनबनालिया।योगसेइतनालगावहुआकि2007मेंवकालतछोड़करसभीकोयोगकेप्रतिप्रेरितकरनेलगे।लोगइन्हेंयोगीरघुवीरसैनीभीकहतेहैं।कहतेहैंकियोगकीक्लासतभीअच्छीलगतीहै,जबआसपासपौधेहों।