पटना।साइबरक्राइमकेमामलेबढ़तेहीजारहेहै।कहींक्रेडिटकार्डअपडेटकरनेकेनामखातेसेनिकासीकरलीजारहीहैतोकहींबिनाओटीपीपूछेहीखातेमेंसेंधलगादियाजारहाहै।पिछलेडेढ़माहमेंशातिरकरीब25लाखरुपयेकीनिकासीकरचुकेहैं।हरदिनएकसेदोमामलेथानोंमेंपहुंचरहे।पुलिसआवेदनभीलेरहीहै,लेकिनकेसदर्जकरनेकेबादभीशातिरतकनहींपहुंचपारहेहैं।
निकासीकामैसेज
पत्रकारनगर,कोतवाली,दीघा,कंकड़बाग,जक्कनपुरसहितअन्यथानाक्षेत्रोंमेंसाइबरक्राइमकेमामलेबढ़गएहैं।हैरानीकीबातयहहैकिपीड़ितकेपासशातिरबैंकअधिकारीबनकरनतोफोनकररहेहैंऔरनहीओटीपीमांगरहेहैं।जानकारीतबहोरहीहैजबउनकेपासनिकासीकामैसेजआरहायाफिरएटीएमसेकैशनिकालनेपरबैलेंसकमबतारहाहै।
बैंकसेखालीहाथ
पुलिसउसअकाउंटकेबारेमेंभीजानकारीजुटारहीहैजिसमेंशातिररुपयेट्रांसफरकररहेहैं।बैंकपहुंचनेपरपताचलरहाहैकिशातिरफर्जीदस्तावेजपरखाताखुलवाएहैंयाफिरवहदूसरेकेखातेकोकमीशनपरइस्तेमालकररहेहैं।शातिरकमीशनपरखाताउनलोगोंसेलेरहेहैंजोगरीबहैयाफिरजिन्हेंरुपयेकीजरूरतहै।ऐसेमेंपुलिसबैंकसेलेकरटेलीकामकंपनीकाचक्करलगानेकेबादभीखालीहाथलौटआरहीहै।
साइबरयूनिटखुलनेके
बादभीनकेलनहीं
साइबरअपराधकेसाथहीइंटरनेटमीडियाकेदुरुपयोगकीबढ़तीघटनाओंकोरोकनेकेलिएसाइबरक्राइमवइंटरनेटमीडियाकीतीनयूनिटपटनामेंखुली।तीनोंयूनिटोंकोआवश्यकतकनीकीसंसाधनसेलेकरमैनपावरउपलब्धकरायागया।यूनिटतोखुलगया,लेकिनउसकाअसरज्यादादेखनेकोनहींमिला।
क्रेडिटकार्डसत्यापनकेनाम
30जनवरीकोकंकड़बागकेजनतारोडनिवासीमेडिकलरिप्रेजेंटेटिवधनंजयकुमारकेखातेसेसाइबरठगोंने4.68लाखकीनिकासीकरली।पीड़ितकीमानेंतोटोलफ्रीनंबरसेफोनआया।क्रेडिटकार्डसत्यापनकेनामझांसादेकरखातेसेरुपयेकीनिकासीकरलीगई।
बैंकजानेपरपताचला
खालीहोगयाहैअकाउंट
5फरवरीकोपत्रकारनगरनिवासीआशादेवीनिजीअस्पतालमेंकर्मीहै।उनकेखातेमें50हजाररुपयेथे।शातिरबिनाओटीपीपूछेहीखाताखालीकरदिए।आशाजबबैंकपहुंचीतबपताचलाकिउनकेअकाउंटमेंरुपयेहीनहींहै।
मोबाइलनंबरबदलखातेसे
13.5लाखकीनिकासी
1फरवरीकोदीघानिवासीझारखंडसेरिटायरपुलिसअधिकारीकेखातेसेशातिर13.5लाखकीनिकासीकरलिए।पीड़ितकेमोबाइलपरनिकासीकामैसेजनपहुंचेइसकेलिएशातिरउनकेखातेसेजुड़ेमोबाइलनंबरकोबदलनेकेलिएफर्जीदस्तावेजतकदेदिएगएथे।
हालकेदिनोंमेंसाइबरक्राइमकेमामलेबढ़गएहैं।पुलिसइसतरहकीशिकायतेंमिलनेपरकार्रवाईकरतीहै।जांचमेंपताचलताहैकिअधिकांशमामलोंमेंशातिरमेंफर्जीदस्तावेजकाइस्तेमालकरतेहैं।
मानवजीतसिंहढिल्लों,एसएसपी