:उज्मीअतहर:नयीदिल्ली,21जून(भाषा)कोविड-19वैश्विकमहामारीकेमद्देनजरमार्चसेलागूलॉकडाउनकेबादसेस्कूलएवंकॉलेजोंकोशिक्षणसंबंधीगतिविधियोंकेलिएऑनलाइनशिक्षणमाध्यमोंकासहारालेनेपरमजबूरहोनापड़ाहै,लेकिनइननयीव्यवस्थासेसामंजस्यबैठानेमेंकाफीविद्यार्थियोंकोदिक्कतपेशआरहीहै,खासकरदिव्यांगविद्यार्थियोंको।सेरेब्रलपाल्सी(मांसपेशियोंमेंकड़ेपनसेजुड़ाविकार)सेपीड़ितएकछात्राअपनेशिक्षकोंसेकुछसमयसेऑनलाइनसंवादकरनेमेंअक्षमहै।उसकाकहनाहैकिकईमौकोंपरउसेसमझनहींआताहैकिई-कक्षामेंक्याचलरहाहैऔरपढ़नेकेलिएउसेअपनेसहपाठियोंकेनोट्सपरनिर्भररहनापड़ताहै।एमएकी30वर्षीयछात्रानेकहा,“मेरेलिएसभीकक्षाएंएवंअसाइनमेंटनिजीतौरपरसुलभहैं।मैंकिसीतरहव्यवस्थाकरलेतीहूंलेकिनजोमददनहींलेतेउनकाक्या?”शिक्षणपद्धतिकोडिजिटलरूपलिएहुएअबतीनमहीनेसेज्यादाकावक्तहोगया।हालांकिकईविशेषज्ञोंकाकहनाहैकिदेशमेंसबतकडिजिटलमाध्यमोंकीपहुंचनहोने(डिजिटलडिवाइड)सेयेऑनलाइनकक्षाएंबुरेसपनेमेंतब्दीलहोसकतीहैं।आधिकारिकआंकड़ोंकेमुताबिकदेशमेंकरीब35करोड़विद्यार्थीहैं।हालांकि,यहस्पष्टनहींहैकिइनमेंसेकितनोंकेपासडिजिटलउपकरणएवंइंटरनेटतकपहुंचहै।सौंदर्यराठी(बदलाहुआनाम),एकबधिरछात्रहैंऔरवहसुविधाओंमेंसुधारपरजोरडालतेहैं।एलएलबीके42वर्षीयछात्रनेकहा,“बधिरछात्रजोसांकेतिकभाषाकाइस्तेमालकरताहैउसकेलिएसांकेतिकभाषाकादुभाषियाहोनाचाहिए।बधिरविद्यार्थीसेदुभाषिएकीउसकीप्राथमिकताकेबारेमेंपूछाजानाचाहिए।दुभाषियासेवाओंकेअनुरोधकेलिएआईएसएलआरटीसीसेसंपर्ककियाजानाचाहिए।इसकेअलावा,बधिरछात्रसेउसकीअन्यजरूरतोंकेबारेमेंभीपूछाजानाचाहिए।”वहींकईप्रकारकीदिव्यांगतासेग्रस्तबेंगलुरुकेएकछात्रनेकृत्रिमअंगोंकाइस्तेमालकरनेवालेविद्यार्थियोंकोआनेवालीसमस्याकोउठायाजोअन्यकीतरहप्रभावीढंगसेलैपटॉपपरटाइपनहींकरसकतेयाउसकाइस्तेमालनहींकरसकते।गैरलाभकारीसंगठन,सेंटरफॉरएडडवोकेसीएंडरिसर्चकीकार्यकारीनिदेशकअखिलाशिवदासनेकहाकिसरकारकोऐसीशिक्षामुहैयाकरानेकीजरूरतहैजोदिव्यांगविद्यार्थियोंकेलिएभीसुलभहो।जावेदआबिदीफाउंडेशनकेसमन्वयकशामीररिशादकहतेहैंकिसरकारकोविभिन्नप्रकारकीदिव्यांगताकोसमझनेकीजरूरतहै।