जागरणसंवाददाता,अंबालाशहर:वंदेमातरमदलकेभरतसिंह,जोखुदप्राइवेटनौकरीकरतेहैं,लेकिनइनकीसेवानेसभीकोसोचनेपरमजबूरकरदिया।यहसिर्फमानवजातिकेलिएहीनहीं,बल्किपशु-पक्षियोंकेलिएभीसेवाकरनेमेंतत्पररहतेहैं।हालांकिइन्हेंसाथियोंकोबहुतसहयोगहै।जोआपातस्थितिमेंड्यूटीकेदौरानभीसेवाकेलिएनिकलजातेहैंऔरशामकोसातबजेकेबादमानोरोजानासेवाकामौकामिलताहै।वंदेमातरतदलकेभरतसिंहजट्टांवालीगलीमेंरहतेहैं।इनमेंसेवाभावकाजज्बाभरापड़ाहै।इनकाकहनाहैकिजिदगीकीगाड़ीसेवाकरतेहीचले।वह2012सेसेवाकररहेहैं।इसीसोचपरइन्होंनेकोरोनाकालकेदौरानप्रवासियोंकोकाफीमददकी।कोरोनाकालमेंमजदूरोंकेलिएजहांभीजरूरतपड़ीखानापहुंचायागया।इसकेसाथहीउनकेजख्मोंपरमलहमपट्टियांभीकी।उन्होंनेबतायाकिजट्टांवालीगलीमेंहीखानाबनताथा।इसमेंवंदेमातरमदलकीपूरीटीमसहयोगकरतीथी,खानेकोछोटेहाथीपरसैनीआश्रममेंलेकरजातेथे।इससेवाकेलिएउन्हेंजिलाप्रशासनसेपासमिलाहुआथा।उन्होंनेखुद56दिनतकसुबहकानाश्तापहुंचायाथा।वहींकोरोनाकालमेंहीसरकारीकार्यालयोंसमेतपुलिसचौकियोंमेंसैनिटाइजरभीकरवायाथा।यहांतकमास्कभीबांटेऔरमास्कअपनेघरपरहीबनाएजातेथे।उन्होंनेबतायाकिनौकरीकेदौरानबीचमेंसेवाकेलिएजानामुश्किलभीहोजाताथा।शामके7बजेतकड्यूटीरहतीथी,इसकारणज्यादातरसेवाबादमेंकीजातीथी।कभी-कभीपुलिसकंट्रोलसेभीसेवाकेलिएकालआजातीथीजहांहादसाहोताथा।हेल्पलाइनपरभीउनकानंबरजारीकियाहुआथा।उन्होंनेबतायाकिकोरोनाकालमेंएकगर्भवतीमहिलाकोअस्पतालपहुंचायाथा।इसकेअलावाएकलावारिसशवकादाहसंस्कारकरवायागयाथा।उन्होंनेबतायाकिघायलपशु-पक्षियोंकेइलाजकेरोजमामलेआतेहैं।क्योंकिकोईगाययानंदीनालेमेंगिरजातेहैं।इसकेअलावावहआपातकालमेंमरीजकोरक्तदानकरवातेहैं।