संवादसूत्र(महोबा)खरेला:पानीकीसमस्याअचानकनहींहोगईयाइससालहीयहतस्वीरदेखनेकोमिलरहीहैऐसाभीनहींहै।पानीकेलिएइसनगरपंचायतकेलोगोंकोहरसालमुसीबतोंकासामनाकरनापड़ताहै।कारणकियहांचुनावकेसमयभलेहीबड़ेवादेहोंलेकिनहकीकतयहहैकिकिसीकोभीयहांकीमूलभूतसमस्याओंमेंसेएकपानीकीकिल्लतनजरनहींआती।
मौजूदासमयमेंखरेलाकीआधेसेअधिकआबादीमेंपाइपलाइननहींबिछीहै।जहांलाइनहैभीवहांलोगोंकोसाफपानीनहींमिलतायाफिरसप्लाईनहींपहुंचपातीहै।बहुतसेलोगोंनेअपनेसेआगेजानेवालीपाइपलाइनमेंकैपलगवादीहै।ऐसेलोगोंकोगांवकेबाहरलगेहैंडपंपसेहीपानीलानापड़ताहै।लोगसुबहसेहीवहांपानीलानेकेलिएपहुंचनाशुरुकरदेतेहैं।करीबएककिलोमीटरदूरयहांहैंडपंपपरलोगअपनेसाधनोंसेयापैदलभीजातेहैं।राय¨सहमोहल्लेकेअरुणकुमार,सतीशनेबतायाकिपानीकीसमस्याबहुतसमयसेहै।इसओरकिसीकाध्याननहींजाता।यदिटंकीसेसप्लाईसहीसमयपरऔरशुद्धपानीमिलेतोसारीसमस्याहलहोजाए।स्वामीदासमोहल्लेकेमयंकगुप्ताकहतेहैं
यहांपाइपलाइनतोहैंलेकिनसप्लाईआजतकनहींआई।
नगरपंचायतअध्यक्षआशा¨सहनेबतायाटैंकरकीव्यवस्थाकीगईहै।लोगोंकोपानीकीसमस्यासेनिजातदिलानेकीकोशिशकीजारहीहै।