खिसक रहे भू-जल स्तर से जीवन पर संकट गहराया

जागरणसंवाददाताज्ञानपुर(भदोही):खिसकरहेभू-जलस्तरसेजीवनपरसंकटमंडरातादिखरहाहै।जनपदकेसभीब्लाकडार्कजोनसेबाहरभलेहीकरदिएगएहैंलेकिनगर्मीआतेहीपेयजलकोलेकरहाहाकारमचजाताहै।पशु-पक्षीकेअलावामानवपानीकेलिएअभीसेबेहालहैं।ताल-तलैयामेंजहांधूलउड़रहीहैतोवहींहैंडपंपोंकीबोरिगभीफेलहोचुकीहै।ग्रामीणपेयजलयोजनाएंपूरीतरहठपहोचुकीहैं।

जिलेकरीब60हजारसेअधिकहैंडपंपअधिष्ठापितकिएगएहैं।इसमेंकरीबतीनहजारसेअधिकहैंडपंपोंकीबोरिगफेलहोचुकीहै।इसकेअलावापरिषदीयविद्यालयोंएवंसरकारीदफ्तरोंआदिस्थानोंपरभीअधिष्ठापितहैंडपंपखराबपड़ेहैं।गर्मीकेदिनोंमेंदूर-दूराजसेआएलोगोंकोपानीकेलिएपरेशानहोनापड़रहाहै।खासबाततोयहहैकिजनपदमेंसंचालित35ग्रामीणपेयजलपरियोजनाएंभीजवाबदेचुकीहैं।ग्रामीणअंचलोंमेंपेयजलकीआपूर्तिकरानेवालीपाइपलाइनेंभीपूरीतरहध्वस्तहोचुकीहै।मानवतोकिसीतरहपेयजलकीव्यवस्थाकरलेरहेहैंलेकिनपशु-पक्षियोंकीस्थितिबेहालहै।तालाबोंमेंधूलउड़रहेहैं।उधरजिम्मेदारविभागकेअधिकारीभीइससेअनभिज्ञबनेहुएहैं।मुख्यविकासअधिकारीभानुप्रतापसिंहनेबतायाकिइससंबंधमेंरिपोर्टमांगीगईहै।प्रशासककोसख्तनिर्देशदिएगएहैंकिवहखराबपड़ेहैंडपंपोंकोठीककराए।इसमेंकिसीतरहकीशिकायतमिलनेपरकार्रवाईकीजाएगी।

ग्रामीणइलाकेमेंसूखगएकुएं

-ग्रामीणक्षेत्रोंमेंस्थितअधिसंख्यकुएंतोसमाप्तहोचुकेहैंलेकिनजिनकावजूदहैवहभीअप्रैलमेंसूखगए।जानकारोंकाकहनाहैजनपदमेंभू-जलस्तरचालीसफीटहै।इधरदोसालसेयहखिसकर45से50फीटहोगयाहै।जलस्तरखिसकनेसेकुएंपूरीतरहसूखचुकेहैंतोहैंडपंपभीचोकलेरहेहैं।सबसेभयावहस्थितनगरीयक्षेत्रोंकीबनीहुईहै।

इनक्षेत्रोंमेंपानीकेलिएहैसंकट

-विकासखंडडीघ,अभोलीऔरसुरियावांकेअलावाऔराईकेअधिसंख्यगांवोंमेंपेयजलकीसमस्याबनीहुईहै।जनपदमेंट्रैंकरआदिसेपेयजलआपूर्तिकरनेकीस्थितिनहींहै।इसकेबादभीकिसीतरहदूर-दूरसेपानीलाकरलोगगर्मीमेंकिसीतरहकामचलातेहैं।इनक्षेत्रोंमेंगर्मीआतेहीपानीकोलेकरलोगोंकोचितासतानेलगतीहै।मईऔरजूनमेंस्थितिबहुतहीभयावहहोजातीहै।