जागरणसंवाददाता,सिरसा:इससमयधानकीफसलमेंविशेषध्यानदेनेकीआवश्यकताहै।फसलमेंपानीकीकमीनहोनेदें।सिचाईपांचसेछहसेंटीमीटरसेगहरीनकरें।धानकीपत्तियोंपरबीमारीकेलक्षणनजरआनेपरकिसानकृषिवैज्ञानिकोंसेसलाहलें।वहींखरपतवारोंकोकभीनपनपनेदें।क्योंकियहधानकीफसलकोनुकसानपहुंचतेहैं।जिलेमें80हजारहेक्टेयरक्षेत्रमेंरोपाईकीगईहै।
पत्तियोंपरनजरपरयेकरें
धानकीपत्तियोंपरबीमारीकेलक्षणनजरआतेहीप्रतिएकड़120ग्रामट्राइसाइक्लाजोल,75डब्ल्यूपीया200ग्रामकार्बेन्डाजिमया200मिलीलीटरहिनोसानकेघोलकाछिड़कावकरें।पानीकीमात्रा200लीटररखें।दूसराछिड़काव50फीसदबालियांनिकालनेपरकरें।बालियांनिकालतेसमयखेतमेंसूखानलगनेदें।बैक्टीरियललीफब्लाइडयाजीवाणुजपत्तीअंगमारीजिनखेतोंमेंआजाए,उनमेंलगातारपानीकाभरावज्यादानहोनेदेंऔरनहीउसखेतकापानीदूसरेखेतमेंजानेदें।
जड़कीसुंडीकाआक्रमणहोनेपरयेकरें
धानकीफसलमेंजड़कीसुंडीकाआक्रमणहोतो10किलोग्रामसेविडीलचारजीयादसकिलोग्रामफ्यमराडानतीनजीयाचारकिलोग्रामफोरेट10जीप्रतिएकड़डालें।सफेदपीठवालावभूरातेलापौधेकेतनेकेसाथलगारहताहैऔरउससेफसलछोटेछोटेक्षेत्रोंमेंपीलीहोकरसूखनेलगतीहै।इसकीरोकथामकेलिए10किलोग्रामकार्बेरिलपांचफीसदयामिथाइलपैराथियानदोफीसदकाधूड़ाप्रतिएकड़धूड़ेया250मिलीलीटरमोनोक्रोटोफास36एसएलया330मिलीलीटरबुपरोफेजिन25एससीको200लीटरपानीमेंमिलाकरछिड़कावकरें।कृषिविज्ञानकेंद्रकेसीनियरकोडिनेटरडा.देवेंद्रजाखड़नेबतायाकिधानकीफसलमेंइसमौसममेंध्यानदेनाजरूरीहै।इसकेलिएसमयसमयपरकिसाननिरीक्षणकरें।अगरफसलमेंकोईबीमारीनजरआतीहैतोतुरंतकृषिवैज्ञानिकोंसेसलाहलें।