जागरणसंवाददाता,फतेहपुर:जिदगीकीभागदौड़मेंकोईअपनोंकेलिएभीसमयनिकालनहींपाता,ऐसेमेंएकनायबतहसीलदारजिदगीकीबुझतीलौकोबचानेकेलिएरक्तदानकीमुहिमछेड़ेहुएहैं।वहअबतक33बाररक्तदानकरचुकेहैंऔरउनकायहअभियाननिरंतरजारीहै।वहकहतेहैंकिदुनियामेंहरचीजआसानीसेमिलजातीहै,लेकिनशरीरमेंजबखूनकीकमीकेकारणजानजानेलगतीहैतोमरीजकोबचानेकाएकमात्रतरीकादूसरेकाखूनचढ़ानेकाहीहै।
मूलरूपसेप्रयागराजजनपदकेरहनेवालेविकासपांडेयपिछलेदोसालसेजिलेमेंतैनातहैं।अपनीतैनातीकेदौरानवहजिलाअस्पतालमेंआठबाररक्तदानकरचुकेहैं,वहबतातेहैंकिउन्होंनेप्रयागराजमेंऔरप्रतापगढ़मेंभीरक्तदानजरूरतमंदोंकेलिएकियाहै।रक्तदानकायहअभियानवहवर्ष2010सेचालूकिएहैं।बतातेहैंकिएकबारउनकेएकदोस्तकेपिताकोखूनकीजरूरतथी,उनकेब्लडग्रुपकाखूनकहींनहींमिलरहाथा।परेशानीवबेबसीदेखकरउन्होंनेतयकियाकिजबतकवहस्वस्थ्यरहेंगेहरतीनमाहमेंखूनकादानकरेंगेभलेहीखूनकिसीपरिचितकेकामआएयाअपरिचितके।बीती25मईकोजिलाअस्पतालमें33वींबाररक्तदानकरनेकेलिएडीएमअपूर्वादुबेनेइन्हेंप्रमाणपत्रदेकरसम्मानितभीकियाथा।