आगरा,जागरणसंवाददाता। अस्पतालमेंजन्मदेनेकेबादतीनदिनकीबेटीकोलेकरमहिलाबंदीशनिवारकीशामकोअपनीबैरकमेंपहुंचीतोवहांनिरुद्धअन्यमहिलाएंउसकीझलकदेखनेकोबेकरारहोगईं।उसेगोदमेंलेनेकेलिएहोड़लगगई।हरमहिलाबंदीअबोधबच्चीकोगोदमेंलेकरउसपरदुलारलुटानाचाहतीथी।जिलाजेलमेंभीजन्माष्टमीपरझांकीसजानेकेसाथहीबच्चाेंकोकान्हाकीपोशाकमेंमहिलाबंदीसजारहीहैं।
जिलाजेलकीमहिलाबैरकमें173बंदीहैं।इनमेंनौमहिलाबंदियोंकेसाथउनकेबच्चेभीरहरहेहैं।इनबच्चोंकीदेखभालकेलिएसिर्फउनकीमांओंकेअलावामहिलाबंदीभीकरतीहैं।एकमहिलाबंदीनेअपनी26अगस्तकोलेडीलायलमेंबेटीकोजन्मदिया।वहशनिवारकीशामकोजिलाजेलमेंदाखिलहुईहै।महिलाबंदियोंकेलिएयहनौबच्चेकिसीखिलौनोंसेकमनहींहैं।जोयहांनिरुद्धमहिलाओंकेचेहरेपरमुस्कुराहटलानेकासबबबनतेहैं।
विभिन्नअपराधाेंमेंसलाखोंकेपीछेपहुंचनेवालीमहिलाओंकेलिएयहांपरसमयकाटनामुश्किलथा।वहअवसादकाशिकारहोनेलगीथीं।ऐसेमेंयहबच्चेउन्हेंअवसादसेउबारनेमेंमददगारबने।महिलाबंदियोंनेबच्चाेंपरध्यानदेनाशुरूकिया।पांचसालकीउम्रकेकईबच्चोंकोपढ़ानेसेलेकरउन्हेंबैरककेबाहरपरिसरमेंघुमातीहैं।इसदाैरानबच्चोंकीशरारतेंऔरनन्हेंकदमोंसेदौड़तेदेखमहिलाबंदियेांकोखुशीमिलतीहै।रातमेंयदिकोईबच्चारोनेलगताहैतोमांकेसाथअन्यमहिलाबंदीभीउसेचुपकरानेकेलिएउठजातीहैं।बच्चोंकीएकमांकीतरहदेखभालकरतीहैं।