24फरवरीअहमदाबादस्थितस्वामीनारायणमंदिरकेलिएखासमहत्वरखताहै।1882मेंइसीदिनस्वामीनारायणमंदिरकाउद्घाटनहुआथा।यहमंदिरदेशमेंस्वामीनारायणसम्प्रदायकापहलामंदिरमानाजाताहै।जबयहमंदिरबनरहाथा,तबअंग्रेजइसदेखकरइतनेप्रभावितहुएकिउन्होंनेमंदिरकेविस्तारकेलिएऔरजमीनदेदीथी।यहमंदिरईंटोंसेबनाहै।मंदिरकेस्तम्भलकड़ीनेबनेहैं।मंदिरकेप्रवेशद्वारपरहनुमानजीऔरगणेशजीकीविशालमूर्तियांस्थापितहैं।बतादेंकिस्वामीनाराणकाजन्म3अप्रैल,1781कोअयोध्याकेपासगोंडाजिलेकेछपियाग्राममेंहुआथा।इनकेमांकानामभक्तिदेवीऔरपिताकानामहरिप्रसादथा।बचपनमेंइनकानामघनश्यामरखागयाथा।जबये5सालकेथे,तबजनेऊसंस्कारकेबादअनेकशास्त्रोंकाअध्ययनकरलियाथा।11सालकीउम्रमेंमाता-पिताकेनिधनकेबादयेदेशभ्रमणपरनिकलगए।
स्वामीनारायणमंदिरकानिर्माणस्वामीआदिनाथनेकरायाथा।इसमंदिरकेस्तम्भोंपरधार्मिकग्रंथोंमेंउल्लेखकीगईंआकृतियांउकेरनेकीकोशिशकीगईहै।इसमंदिरमेंमहिलाओंकेलिएअलगसेजगहहै।यहांधार्मिक-आध्यात्मिकशिक्षाकेअलावाअन्यसामाजिक-सांस्कृतिककार्यक्रमहोतेहैं।
अहमदाबादकेकालूपुरस्थितस्वामीनारायणमंदिरमेंहोलीपरविशेषआयोजनहोताहै।यहांफूलोंकीहोलीखेलीजातीहै।पिछलेसालयहां2000किलोफूलोंसेरंगबनवायागयाथा।इसमेंकरीब10हजारलोगशामिलहुएथे।इसबारकोरोनाकेचलतेइसआयोजनकोलेकरसंशयहै।
स्वामीनाराणमंदिरमेंदिनमेंपांचबारपूजाहोतीहै।वहींइतनेहीबारभगवानकेवस्त्रबदलेजातेहैं।पूजामेंबड़ीसंख्यामेंलोगपहुंचतेहैं।
स्वामीनारायणसम्प्रदायकोपहलेउद्धवसम्पद्रायकहतेथे।इससम्प्रदायकीस्थापनाकरनेवालेस्वामीनाराणकेजन्मस्थलयूपीकेगोंडाजिलेकेछपियागांवमेंस्थितस्वामीनाराणमंदिरमेंहरसालमेलालगताहै।
आजस्वामीनाराणकेदुनियाभरमेंमंदिरहैं।अमेरिका,कनाडा,यूरोप,आस्ट्रेलियाआदिदेशोंमेंइससम्प्रदायकेलाखोंलोगहैं।अकेलेअमेरिकामेंहीकरीब100मंदिरहैं।
यहतस्वीरअहमदाबादस्थितस्वामीनारायणमंदिरकेनिर्माणकालकीहै।आजयहमंदिरभव्यरूपलेचुकाहै।