इसी हवा में लेनी है सांस, सुधार की आस नहीं

मेरठ,जेएनएन।वायुप्रदूषणकीहालतगंभीरबनीहुईहै।पीएम2.5एवंपीएम10कीमात्रामानकसेकईगुनाबनीहुईहै।चिकित्सकोंनेबतायाकिओपीडीमेंअस्थमा,हार्ट,नाककीएलर्जी,खासी,गलेमेंदर्दएवंसांसकेअटैककेमरीजबढ़गएहैं।पारागिरनेकेसाथपार्टीकुलेटरमैटरकीमात्राहवामेंऔरबढ़ेगी।

एनसीआरमेंहवाकीसेहतगिरतीजारहीहै।पिछलेदिनोंमेरठमेंपीएम2.5कीमात्राढाईसौतकआगईथी,जोबढ़कर309माइक्रोग्रामप्रतिघनमीटरहोगई।मेरठकेतीनएयरक्वालिटीमानीटरिगस्टेशनोंकीरिपोर्टदेखेंतोएक्यूआइकास्तर300से350केबीचबनाहुआहै।मानककेमुताबिकएक्यूआइकीमात्रा100सेज्यादानहींहोनाचाहिए।मेडिकलकालेजकीफिजिशियनडा.संध्यागौतमनेबतायाकिकोविडसेपीड़ितरहेकईमरीजोंमेंआक्सीजनकास्तरकममिलरहाहै।प्रदूषितहवाकीवजहसेफेफड़ेकमजोरहोरहेहैं।मेरठमेंशुक्रवारकोहवामेंधुंधछाईरही।धूल,वाहनोंकाधुआं,कचरादहनएवंऔद्योगिकचिमनियोंसेबड़ीमात्रामेंप्रदूषितकणवातावरणमेंपहुंचरहेहैं।

डेंगूकेदोऔरनएमरीजमिले,संख्याहुई1641

मेरठ:शुक्रवारकोजिलेमेंडेंगूकेदोनएमरीजमिले।अबतककुल1641मरीजमिलचुकेहैं।इनमेंशहरीक्षेत्रमें879वग्रामीणक्षेत्रोंमें762मरीजमिलचुकेहैं।वहीं,पिछलेचारवर्षोकेदिसंबरमाहकेआंकड़ोंमें12दिसंबरकोअंतिमडेंगूमरीजमिलाथा।इसवर्षदिसंबरमेंप्रतिदिननयामरीजमिलरहाहै।

मंडलीयसर्विलांसअधिकारीडा.अशोकतालियाननेबतायाकिनएमिलेमरीजोंमेंशहरीक्षेत्रमेंएकऔरएकहीमरीजग्रामीणइलाकोंमेंपायागयाहै।शहरीक्षेत्रकाएकमात्रमरीजशकूरनगरऔरग्रामीणइलाकेकामरीजमाछरामेंमिलाहै।अबतकमेंशहरीक्षेत्रकेमलियानाइलाकेमेंसर्वाधिक122औरइसकेबादकंकरखेड़ामें121मरीजमिलेहैं।वहीं,अबजिलेमेंडेंगूके66एक्टिवमरीजहैं।इनमें12मरीजविभिन्नअस्पतालोंमेंभर्तीहैंऔर54घरपररहकरउपचारकरारहेहैं।साथही1575मरीजउपचारकेरिकवरभीहोचुकेहैं।